द कश्मीर फाइल्स का सच कुछ लोगों के गले में कांटे की तरह अटक गया है। अनुपम खेर ने ये अपने ट्विटर हैंडल पर लिखा है। एक्टर अनुपम खेर ने वीडियो शेयर कर कहा कि सच को जैसा है वैसा दिखाकर कुछ लोगों को तकलीफ हो रही है।
IFFI 2022 मे जूरी हेड नादव लापिड के फिल्म ‘द कश्मीर फाइल्स’ पर किए गए कमेंट से काफी विवाद खड़ा हो गया है। इजराइली फिल्म मेकर नादव लापिड ने विवेक अग्निहोत्री की फिल्म ‘द कश्मीर फाइल्स’ को एक “प्रोपेगेंडा” और “वल्गर फिल्म” कहा था।
नादव लापिड के इस बयान के बाद बॉलीवुड के तमाम सेलेब्स नाराजगी जाहिर कर रहे हैं। फिल्म में अहम रोल प्ले करने वाले एक्टर अनुपम खेर ने अब ट्विटर पर एक वीडियो शेयर कर फिर इसराइली फिल्म मेकर की निंदा की है।
अनुपम खेर ने ट्विटर पर शेयर किए अपने वीडियो मे कहा, “दोस्तों कुछ लोगों को सच जैसा है वैसा ही देखने और दिखाने की आदत नहीं होती। वो उस पर अपनी मनपसंद खूशबू, मनपसंद जायका, अपने मनपसंद रंग लेपकर, सजाकर और संवारकर देखने के आदी होते हैं। कश्मीर का सच उन्हें पच नहीं रहा है। वे चाहते है कि उसे रंगीन खुशनुमा चश्मे से देखा और दिखाया जाए। यही वो करते आए हैं पिछले 25-30 सालों से।”
उन्होंने आगे कहा, ”आज जब उनकी इस मेहनत पर पूरी तरह कश्मीर फाइल्स ने पानी फेर दिया है सच को जैसा है वैसा ही दिखाकर तो उन्हें बहुत तकलीफ हो रही है। पेट में मरोड़ उठ रहे हैं और वे गाहे-बगाहे मुंह से अपनी इस तकलीफ को जाहिर करते रहे हैं। जो सच जितनी भयावह है, जो सच जितना भद्दा है और नंगा है उसे अगर आप देख नहीं पाते तो आंखे मीच लिजिए और मुंह सील कर लिजिए उसका मजाक उड़ाना बंद कीजिए। क्योकि हम इस सच के भुगतभोगी हैं। हमने और हमारी बहन-बेटियों ने इस सच को झेला है। ये सच हमारे जीवन का अभिन्न हिस्सा बन गया है। आप जाइये और पीडितो से पूछिए उनका भयावह, भद्दा सच। भारत और इसराइल दोनों दोस्त हैं। दोनों मुल्क आतंकवाद का शिकार रहे हैं। एक आम इसराइली कश्मीरी हिंदुओं का दर्द समझता है। बाकी हर देश में देश के कुछ दुश्मन अपने ही होते हैं। ये भी एक सच है। जय हिंद