पोलैंड में यूक्रेन के लोगों को फ्री में मिलने वाला खाना 1 मार्च 2023 से बंद हो जाएगा। यूक्रेन पर हमले के बाद से दस लाख से अधिक यूक्रेनी शरणार्थियों ने पड़ोसी देश पोलैंड में अस्थायी घर बना लिया है।
पोलैंड ने यूक्रेन को 28 फरवरी तक की डेडलाइन दी है जिसमें साफ कहा गया है कि पोलैंड 1 मार्च से यूक्रेन के लोगों को फ्री में खाना नहीं देगा।इसके बाद हर यूक्रेनी नागरिक को करीब नौ डॉलर भुगतान करने होंगे। जल्द ही पोलैंड की संसद में यह कानून पास किया जाने वाला है। बताया जा रहा है कि यूक्रेन के 48 लाख लोग पोलैंड और दूसरे यूरोपीय देशों में शरण लिए हुए हैं।
यूक्रेन के शरण लिए हुए लोगों के पास अभी कोई काम या रोजगार नहीं है। जो लोग अपने घर-बार छोड़कर अपनी जान बचाने के लिए पोलैंड और अन्य देशों में चले गए हैं अब उनके सामने संकट इस बात का है कि इतने पैसों का वे भुगतान कैसे करेंगे। अगर एक परिवार में तीन या चार लोग हों तो खाने के लिए हर रोज चालीस डॉलर खर्च करना होंगे।
पोलैंड ने मानवीय आधार पर शरणार्थियों के लिए अपने घर और सरकारी सहायता के दरवाजे खोल दिए, लेकिन अब शरणार्थियों के लिए संसाधन की कमी होने लग गई है। उन्हें फ्लैट खोजने में समस्या हो रही है। साथ ही साथ रोजमर्जा के लिए बजट का अभाव है, जिसके चलते संकट खड़ा हुआ है।
पोलैंड में पहुंचे यूक्रेन के लोग रहने के लिए और भोजन के लिए कुछ पैसों का भुगतान करेंगे। सरकार की ओर से वित्त पोषित होटल के कमरे या स्कूल के हॉस्टल में 120 दिनों से अधिक समय से रह रहे यूक्रेनी नागरिकों को प्रति व्यक्ति रोजाना 40 ज़्लॉटी ($ 8.87) देने होंगे, जबकि 180 दिनों के बाद यह 60 ज़्लॉटी का भुगतान करना होगा।