- एकजुटता के साथ एड्स बीमारी को दे सकते है मात
- जागरुकता से ही एचआईवी-एड्स से करे बचाव
- थीम “इक्वलाईज” के साथ मनाया जाएगा दिवस
आगरा, 30 नवंबर 2022
हर वर्ष 1 दिसंबर को विश्व एड्स दिवस मनाया जाता है। इसका उद्देश्य एड्स की बीमारी के प्रति लोगों को जागरूक करना व एड्स मरीजों का सामाजिक बहिष्कार करने के बजाए उनके साथ अच्छा व्यवहार करना है। साथ एकजुट होकर इस बीमारी को मात देना है। प्रति वर्ष विश्व एड्स दिवस के लिए एक नई थीम रखी जाती है। इस साल की थीम ‘इक्वलाईज’ की मूल प्रेरणा “एचआईवी संक्रमित लोगों से भेदभाव न करते हुये उन्हें समान अवसर और बराबरी दिया जाना है।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. अरुण श्रीवास्तव ने बताया कि एचआईवी संक्रमण एक गंभीर स्वास्थ्य समस्या है। एचआईवी का पूरा नाम ह्यूमन इम्युनोडेफिशिएंसी वायरस है। एचआईवी संक्रमण शरीर को कमजोर करता है। इम्यूनिटी कमजोर होने से वक्त के साथ लोगों में अन्य गंभीर प्रकार के संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है। आगे चलकर एचआईवी संक्रमण एक्वायर्ड इम्युनो डेफिसिएंशी सिंड्रोम यानी एड्स का रूप ले लेता है। एचआईवी/एड्स किसी को छूने से नहीं फैलता है। जनपद में इसकी रोकथाम के लिए कार्यक्रम संचालित किया जा रहा है।
जिला क्षय रोग अधिकारी व जनपद में एड्स नियंत्रण कार्यक्रम के नोडल अधिकारी डॉ. सीएल यादव ने बताया कि विश्व एड्स दिवस के अवसर पर जनपद स्तरीय गतिविधि के रूप में एचआईवी/एड्स के प्रति जनजागरूकता के लिए स्वास्थ्य इकाइयों पर जागरूकता गतिविधियों का आयोजन किया जाएगा। जन जागरूकता रैली का आयोजन प्रातः 10:00 से 10:30 बजे तक कार्यालय जिला एड्स अधिकारी से जिला महिला चिकित्सालय परिसर किया जाएगा। हस्ताक्षर अभियान ( जिला क्षय रोग केन्द्र, आगरा ) प्रातः 10.30 से 11.00 बजे तक। संगोष्ठी का आयोजन जिला क्षय रोग केन्द्र, आगरा में प्रातः 11.00 से 12.00 बजे तक किया जाएगा।
टीबी एचआईवी समन्वयक पंकज सिंह ने बताया कि जनपद में कुल 4700 पॉजिटिव मरीज हैं। सभी मरीज वर्तमान में एआरटी सेंटर से उपचार ले रहे हैं।
ऐसे फैलता है एचआईवी
- एचआईवी संक्रमित व्यक्ति के साथ असुरक्षित यौन संबंध बनाने से।
- संक्रमित सुई लगवाने या रक्त उत्पाद चढ़ाने से।
- नशीली दवाओं को सुई से लेने से।
ऐसे करें बचाव
- असुरक्षित यौन संबंध बनाने से बचें।
- कंडोम का उपयोग करें।
- संक्रमित सुई न लगवाएं।
- जीवनसाथी के साथ वफादारी निभाएं।
- हमेशा सरकारी या पंजीकृत ब्लड बैंक से ही रक्त लें।
- रक्त लेते वक्त सुनिश्ति करें कि यह एचआईवी मुक्त है
इन तरीकों से नहीं फैलता एचआईवी
- एचाईवी सामाजिक एवं सामान्य मेलजोल से नहीं फैलता है।
- हाथ मिलाने से नहीं फैलता है।
- एक साथ घर में रहने से नहीं फैलता है।
- कपड़ो का आदान-प्रदान करने से नहीं फैलता है।
- शौचालय अथवा स्वीमिंग पूल के साझा करने से नहीं फैलता है।
- साथ खाने से नहीं फैलता है।
- मच्छर या कीड़े-मकोड़ के काटने से नहीं फैलता है।