– सबसे कम जमालपुर प्रखंड के लोगों में माइक्रो फाइलेरिया मिला है – मुंगेर शहरी क्षेत्र सहित सभी 9 प्रखंडों के 2.56 फीसदी लोगों में माइक्रो फाइलेरिया पाया गया है
मुंगेर- मुंगेर शहरी क्षेत्र सहित जिलाभर के सभी 9 प्रखंडों में बनाए गए रैंडम और सेंटिनल साइट पर पिछले महीने 18 अक्टूबर से 18 नवंबर तक चले नाइट ब्लड सर्वे रिपोर्ट के अनुसार जिलाभर में कुल 2.56 फीसदी लोगों में माइक्रो फाइलेरिया पाया गया है। इनमें धरहरा प्रखंड में सर्वाधिक 4 प्रतिशत और जमालपुर प्रखंड में 0.6 प्रतिशत लोगों में माइक्रो फाइलेरिया मिला है। जिला भर में नाइट ब्लड सर्वे के लिए कुल 6032 लोगों का सैंपल लिया गया था। जिसमें 155 लोगों में माइक्रो फाइलेरिया मिला है। दो वर्ष से अधिक उम्र के सभी लोगों को फाइलेरिया से बचाव के लिए अल्बेंडाजोल और डीईसी की गोली खिलाई जाएगी-डिस्ट्रिक्ट वेक्टर बोर्न डिजीज कंट्रोल ऑफिसर डॉ अरविंद कुमार सिंह ने बताया कि राज्य स्वास्थ्य समिति के दिशा-निर्देश के अनुसार मुंगेर जिला में सर्वजन दवा सेवन कार्यक्रम चलाया जाना है। इस अभियान के तहत दो वर्ष से अधिक उम्र के सभी लोगों को फाइलेरिया से बचाव के लिए अल्बेंडाजोल और डीईसी की गोली खिलाई जाएगी। इस दौरान गर्भवती महिलाओं और गंभीर रूप से बीमार लोगों को ये गोली नहीं खिलाई जाएगी। ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों में आशा कार्यकर्ता, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, जीविका दीदी घर- घर जाकर लोगों को फाइलेरिया से बचाव के लिए अपने सामने लोगों को अल्बेंडाजोल और डीईसी की गोली खिलाएगी। वहीं मॉनिटरिंग का कार्य आशा फैसिलिटेटर, लेडी सुपरवाइजर, जीविका के अधिकारी, प्रखंड सामुदायिक उत्प्रेरक, प्रखंड स्वास्थ्य प्रबंधक के साथ – साथ प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी सहित अन्य पदाधिकारी करेंगे। असरगंज प्रखंड में 600 लोगों में 18 लोगों में माइक्रो फाइलेरिया मिला-डिस्ट्रिक्ट वेक्टर बोर्न डिजीज कंसल्टेंट पंकज कुमार प्रणव ने बताया कि नाइट ब्लड सर्वे रिपोर्ट के अनुसार असरगंज प्रखंड में कुल 600 लोगों का सैंपल लिया गया था। जिसमें 18 लोगों में माइक्रो फाइलेरिया मिला है। यहां माइक्रो फाइलेरिया का रेट 3 प्रतिशत है। बरियारपुर प्रखंड में 600 लोगों में से 9 लोगों में माइक्रो फाइलेरिया मिला है। यहां माइक्रो फाइलेरिया रेट 1.5% है। धरहरा प्रखंड में 600 लोगों में से 24 लोगों में माइक्रो फाइलेरिया मिला है। यहां माइक्रो फाइलेरिया रेट जिलाभर में सर्वाधिक 4% है। हवेली खड़गपुर में 602 लोगों में से 16 लोगों में माइक्रो फाइलेरिया पाया गया है। यहां माइक्रो फाइलेरिया रेट 2.6% है। जमालपुर प्रखंड में माइक्रो फाइलेरिया रेट जिलाभर में सबसे कम 0.6% है-उन्होंने बताया कि जमालपुर प्रखंड में 603 लोगों का ब्लड सैंपल लिया गया था। इसमें से 4 लोगों में माइक्रो फाइलेरिया पाया गया है। यहां माइक्रो फाइलेरिया रेट जिलाभर में सबसे कम 0.6% है। संग्रामपुर प्रखंड में 600 लोगों का सैंपल लिया गया था। इसमें से 14 लोगों में माइक्रो फाइलेरिया मिला है। यहां माइक्रो फाइलेरिया रेट 2.3% है। सदर प्रखंड मुंगेर में 600 लोगों का सैंपल लिया गया जिसमें 16 लोगों में माइक्रो फाइलेरिया मिला है। यहां माइक्रो फाइलेरिया रेट 2.6% है। इसी तरह तारापुर प्रखंड में 603 लोगों का नाइट ब्लड सैंपल लिया गया जिसमें 21 लोगों में माइक्रो फाइलेरिया मिला है। यहां माइक्रो फाइलेरिया रेट 3.4% है। टेटिया बंबर प्रखंड में 600 लोगों का सैंपल लिया गया जिसमें कुल 13 लोगों में माइक्रो फाइलेरिया पाया गया है।यहां माइक्रो फाइलेरिया रेट 2.10% है। इसके अलावा मुंगेर शहरी क्षेत्र में भी कुल 619 लोगों का सैंपल लिया गया जिसमें 20 लोगों में माइक्रो फाइलेरिया पाया गया है। यहां माइक्रो फाइलेरिया रेट 3.20 % है।