स्वास्थ्य केंद्रों और स्कूलों में मनाया गया निक्षय दिवस

  • टीबी उन्मूलन कार्यक्रम की मुहिम हुई और तेज
  • संभावित मरीजों की हुई जांच, लोगों को किया जागरुक

आगरा,
जनपद में गुरुवार को सभी स्वास्थ्य केन्द्रों पर निक्षय दिवस मनाया गया। इसमें लोगों को टीबी के बारे में जागरुक किया गया। निक्षय दिवस पर टीबी के लक्षण वाले तीन हजार संभावित टीबी मरीजों की स्क्रीनिंग की गई। इसमे से 295 मरीजों के बलगम का स्पुटम लिया गया।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. अरुण श्रीवास्तव ने बताया कि 215 हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर, 53 डेजिग्नेटेड माइक्रोस्कोपी सेंटर ( डीएमसी) 26 टीबी यूनिट, 44 प्राइमरी हेल्थ इंस्टीट्यूट (पीएचआई) और 30 अर्बन पीएचसी पर निक्षय दिवस मनाया गया। इसमें ओपीडी में आने वाले मरीजों को टीबी के प्रति जागरुक किया गया। उन्हें बताया गया कि दो सप्ताह से अधिक समय तक खांसी आने, दो सप्ताह से लगातार बुखार आने, वजन घटने से जैसे लक्षण होने पर टीबी की जांच अवश्य करानी चाहिए। टीबी का उपचार संभव है, सरकार द्वारा इसकी जांच व उपचार मुफ्त होता है। इसके साथ ही टीबी मरीजों को स्वस्थ होने तक उनके बैंक खाते में निक्षय पोषण योजना के तहत 500 रुपये प्रतिमाह दिए जाते हैं।
जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ. सीएल ने बताया कि निक्षय दिवस के अवसर पर ओपीडी में आने वाले दस प्रतिशत मरीजों की टीबी की जांच की गई। इसके साथ ही आशाओं द्वारा घर-घर जाकर टीबी जैसे लक्षण दिखने वाले संभावित टीबी मरीजों की भी जांच कराई गई।


रैली निकालकर किया जागरुक
बिचपुरी ब्लॉक के उप स्वास्थ्य केंद्र अंगूठी में निक्षय दिवस का आयोजन हुआ। प्रभारी सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी धर्मेंद्र दुबे ने बताया कि निक्षय दिवस के अवसर पर प्राइमरी स्कूल में छात्र-छात्राओं और उनके अभिभावकों को टीबी के बारे में जागरुक किया गया। इसके साथ ही बच्चों से टीबी हारेगा, देश जीतेगा के नारे भी लगवाए। उपकेंद्र पर संभावित टीबी मरीजों टीबी की जांच के लिए बलगम का सैंपल लिया गया और उनकी बीपी, शुगर व एचआईवी की भी जांच की गई।
जिला पीपीएम समन्वयक अरविंद यादव ने बताया कि निक्षय दिवस के अवसर पर सभी केंद्रों पर टीबी सैंपल कलेक्शन एकान्त मे खुली जगह पर बनाया गया। यहां पर संभावित टीबी मरीजों के सैंपल लिए गए।
जिला टीबी/ एचआईवी समन्वयक पंकज सिंह ने अंगूठी गांव में पहुंचकर घर-घर जाकर लोगों को टीबी के बारे में जागरुक किया। इसके साथ ही उन्हें टीबी की जांच कराने, समय से दवाएं खाने के बारे में जानकारी दी।
संभावित टीबी मरीज श्यामा देवी (बदला हुआ नाम) ने बताया कि उनकी उम्र 32 वर्ष है। उन्हें लंबे समय से खांसी है, इसके साथ ही उनका वजन भी काफी कम हुआ। वह क्षेत्रीय आशा के माध्यम से केंद्र पर आई हैं, यहां पर उनकी जांच की जा गई है। डॉक्टर ने उन्हें मास्क पहनने और खांसने पर मुंह पर हाथ रखने की सलाह दी गई है।

प्राइमरी के छात्र अनस ने बताया कि उनके स्कूल में निक्षय दिवस मनाया गया। इसमें बताया गया कि टीबी का उपचार संभव है। दो हफ्तों से खांसी हो रही है, बलगम आ रहा है या भूख नहीं लग रही है तो हमें टीबी की जांच करानी चाहिए। जब भी खांसी आए तो हमें अपने मुंह पर हाथ रखना चाहिए।
प्राइमरी स्कूल अंगूठी की प्राधानाध्यापिका संगीता रानी ने बताया कि निक्षय दिवस में स्वास्थ्य विभाग की टीम ने आकर टीबी के बारे में जानकारी दी। अब हम भी टीबी उन्मूलन कार्यक्रम के बारे में जागरुकता फैलाने में सहयोग देंगे। बच्चों को जागरुक करेंगे और अभिभावकों की मीटिंग होने के दौरान भी टीबी के बारे में बताएंगे।
इस दौरान एसटीएस नागेश, आशा पिस्ता देवी, लीलावती, सीता देवी, प्राथमिक स्कूल से सहायक अध्यापिका वर्षा, सुरभी खेर, ज्योति कश्यप, लक्ष्मी गुप्ता, लक्ष्मण सोलंकी, और रिंकी आदि मौजूद रहे।

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