फिरोजाबाद
अखिल भारतीय सोहम महामंडल द्वारा आयोजित श्रीमद् भागवत सप्ताह और संत सम्मेलन यज्ञ की पूर्णाहुति के साथ शुक्रवार को संपन्न हुआ।
अखिल भारतीय सोहम महामंडल के वार्षिक धर्म कुंभ के समापन पर पीठाधीश्वर स्वामी सत्यानंद जी महाराज ने उपस्थित श्रद्धालुओं को सत्य कर्म और ईमानदारी के रास्ते पर चलने की शिक्षा देते हुए जीवन में प्रसन्न रहने का आशीर्वाद दिया।
स्वामी सत्यानंद जी महाराज ने कहा व्यक्ति को अपने मानव जीवन में अच्छे कर्म करना चाहिए क्योंकि कर्म का फल ही भाग्य बनता है अच्छे कर्म करने से ही व्यक्ति के जीवन में सम्मान का प्रकाश फैलता है इसलिए व्यक्ति जो भी कर्म करें सोच समझ कर करना चाहिए क्योंकि उसका अच्छा और बुरा फल आगे उसी के सामने आता है सब समय के अनुसार दुख और सुख भी आते हैं दुख और कष्ट में व्यक्ति को ईश्वर से कष्ट सहने की शक्ति मांगनी चाहिए बाकी काम ईश्वर का ही है व्यक्ति को जीवन में सत्य और ईमानदारी नहीं छोड़नी चाहिए क्योंकि सत्य और ईमानदारी से समाज के बीच विश्वास बढ़ता है और मानवता आती है।
अपने जीवन में ईश्वर की भक्ति सत्य कर्म और ईमानदारी को मन वचन कर्म से स्वीकार करने वाला व्यक्ति कभी परेशान नहीं हो सकता है अपने बुजुर्गों और संतो का सम्मान करने और उनके बताए रास्ते पर चलने से सभी का कल्याण होता है।
कार्यक्रम के समापन पर महाराज जी ने धार्मिक आयोजन में सभी सहयोगी यों और श्रद्धालुओं की सराहना करते हुए उनके सुखद जीवन की कामना की गई।
कथा व्यास पंडित राम गोपाल शास्त्री ने कहां श्रीमद् भागवत कथा श्री हरि विष्णु की कृपा से ही व्यक्ति को श्रवण के लिए मिलती है भागवत हमें जीवन जीना सिखाती है जिस प्रकार गंगा में स्नान से पापों का क्षय होता है उसी प्रकार श्रीमद् भागवत कथा व्यक्ति को अध्यात्म का मार्ग दिखाती है।
गायत्री ज्ञान यज्ञ पूर्णाहुति के साथ संपन्न हुआ श्रीमद् भागवत कथा की आरती के बाद सभी श्रद्धालुओं को प्रसाद वितरण किया गया।
पूर्ण आहुति और आरती में मुख्य रूप से परीक्षित धर्मेंद्र शर्मा यज्ञ पति राकेश प्रधान चंद्र प्रकाश शर्मा सर्वेश दीक्षित द्विजेंद्र मोहन शर्मा उमाकांत पचौरी एडवोकेट लल्ला चौधरी कुंवर सिंह परमार सुरेंद्र नागर शिवनारायण यादव संजय अग्रवाल प्रवीण कुमार अग्रवाल गोपाल बिहारी विपिन कुमार शर्मा जगदीश यादव राम अवतार यादव महेश यादव श्याम सिंह यादव महेश चंद्र गुप्ता हरिओम वर्मा पार्षद प्रमोद राजोरिया पार्षद विद्याराम राजोरिया अनुग्रह गोपाल महेंद्र अग्रवालअश्वनी शर्मा विकास लहरी आदि प्रमुख रूप से उपस्थित थे।