-जिले में स्वास्थ्य सेवा लगातार हो रही बेहतर, मिशन-60 डेज में भी मिला था पुरस्कार
-एएनसी चेकअप से लेकर ब्रेस्ट फीडिंग और पोषण के क्षेत्र में सुविधाएं हो रहीं बेहतर
बांका, 4 जनवरी।
नीति आयोग के आकांक्षी जिले में बांका को पूरे भारत में तीसरा स्थान प्राप्त हुआ है। पहले स्थान पर छत्तीसगढ़ का सुकमा, दूसरे स्थान पर केरल का वायनाड और तीसरे स्थान पर छत्तीसगढ़ के दक्षिण बस्तर दंतेवाड़ा के साथ बिहार का बांका है। यह रैंकिंग स्वास्थ्य और पोषण के क्षेत्र में मिली है और जिले की बेहतर होती स्वास्थ्य सेवा का एक और सबूत है। इससे पहले मिशन-60 डेज और आयुष्मान भारत में भी बांका जिला ने बेहतर किया है। इसे लेकर जिले को अवार्ड भी प्राप्त हुआ है।
सिविल सर्जन डॉ. रविंद्र नारायण ने कहा कि स्वास्थ्य सेवा के क्षेत्र में जिले की स्थिति लगातार बेहतर होती जा रही है। राज्य से लेकर राष्ट्रीय स्तर पर जिले का सम्मान स्वास्थ्य के क्षेत्र में बढ़ा है। जिलाधिकारी अंशुल कुमार के प्रयास से जिले की स्वास्थ्य सेवा लगातार बेहतर हो रही है। इसका फायदा जिले के लोगों को मिल रहा है। आज जिले में महिला स्वास्थ्य से लेकर बच्चों के पोषण पर बेहतर ध्यान दिया जा रहा है। इसी का नतीजा है कि जिले का प्रदर्शन लगातार बेहतर होता जा रहा है।
स्वास्थ्य सुविधा बढ़ाने में जिलाधिकारी लगातार कर रहे प्रयास: मालूम हो कि जिलाधिकारी अंशुल कुमार ने जब से पद संभाला है स्वास्थ्य पर उनका लगातार फोकस रहा है। वे लगातार समीक्षा बैठक करते हैं और हर बैठक में पिछली बैठक में तय हुई बातों पर कितना अमल हुआ, इस पर खास ध्यान देते हैं। संस्थागत प्रसव से लेकर मातृ-शिशु मृत्यु दर घटाने को लेकर वह लगातार प्रयास कर रहे हैं। पोषण पर भी उनका खासा ध्यान रहता है। इसके अलावा टीबी, फाइलेरिया सहिता अन्य बीमारियों के इलाज को लेकर जिले में बेहतर व्यवस्था हो, इस पर जिलाधिकारी अंशुल कुमार का विशेष ध्यान रहता है।
आकांक्षी जिले में इन बातों पर रहती है नजर: नीति आयोग आकांक्षी जिलों की रैंकिंग में एएनसी चेकअप से लेकर जिले में पोषण की स्थिति क्या रहती है। इसे देखती है। इसके अलावा ब्रेस्ट फीडिंग, टीबी सहित अन्य बीमारियों को लेकर कितनी सुविधाएं जिले के लोगों को मिल रही है, इसी बात को देखा जाता है। इन्हीं बातों को ध्यान में रखकर नीति आयोग आकांक्षी जिले की रैंकिंग जारी करती है।