आगामी 10 फरवरी से शुरू हो रहे सर्वजन दवा सेवन कार्यक्रम (मास ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन) अभियान को सफल बनाने में इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ( आईएमए) के सदस्य चिकित्सक करेंगे सहयोग

  • आईएमए के सदस्य चिकित्सक अपने पर्ची पर रबर स्टांप लगाकर लोगों को एमडीए अभियान और फाइलेरिया के प्रति करेंगे जागरूक
  • इसको ले आईएमए बिहार के अध्यक्ष और सचिव ने संयुक्त रूप से पत्र जारी एसोसियेशन से जुड़े डॉक्टरों को दिए आवश्यक निर्देश

मुंगेर, 17 जनवरी 2023 :

आगामी 10 फरवरी से शुरू हो रहे सर्वजन दवा सेवन कार्यक्रम (मास ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन) अभियान को सफल बनाने में इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ( आईएमए) के सदस्य चिकित्सक सहयोग करेंगे। इसको ले आईएमए बिहार के अध्यक्ष डॉक्टर डी.एस. सिंह और सचिव अशोक कुमार ने संयुक्त रूप से पत्र जारी एसोसियेशन से जुड़े डॉक्टरों को आवश्यक निर्देश दिए हैं। पत्र के अनुसार एमडीए अभियान कि सफलता को लेकर आईएमए के सदस्य चिकित्सक अपने पर्ची पर रबर स्टांप लगाकर लोगों को एमडीए अभियान और फाइलेरिया के प्रति जागरूक करेंगे। मालूम हो कि राज्य सरकार ने सार्वभौमिक स्वास्थ्य समस्या के रूप में फाइलेरिया को चिन्हित करते हुए वर्ष 2030 तक फाइलेरिया उन्मूलन का लक्ष्य निर्धारित किया है। इसके लिए राज्य सरकार के द्वारा प्रत्येक वर्ष राज्य के फाइलेरिया प्रभावित जिलों में सर्वजन दवा सेवन कार्यक्रम/मास ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (एमडीए ) संचालित करती है। इस अभियान के दौरान फाइलेरिया प्रभावित जिलों के अधिकाधिक लोगों को फाइलेरिया कि दवा खिलाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। इस वर्ष आगामी 10 फरवरी मुंगेर सहित राज्य के कुल 24 जिलों में एमडीए अभियान संचालित कर अधिक से अधिक लोगों को फाइलेरिया की
दवा खिलाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। इनमें से मुंगेर सहित 16 जिलों में लोगों को फाइलेरिया की दो दवाइयां अल्बेंडाजोल और डीईसी वहीं शेष 8 जिलों में अल्बेंडाजोल और डीईसी के अलावा एक और दवा आईवर मैक्टिन सहित कुल तीन दवाइयां खिलाई जायेगी। इस अभियान को सफल बनाने के लिए राज्य सरकार और स्वास्थ्य विभाग ने अपनी तैयारियां शुरू कर दी है। इस बार एमडीए अभियान को सफल बनाने में इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ( आईएमए) से जुड़े चिकित्सक भी सहयोग करेंगे।
आईएमए बिहार कि ओर से जारी पत्र के माध्यम से यह बताया गया है कि फाइलेरिया उन्मूलन के लिए प्रत्येक साल चलाए जाने वाला एमडीए अभियान एक सटीक माध्यम है। इस अभियान के दौरान ज्यादा से ज्यादा आबादी को फाइलेरिया की दवाओं का सेवन कराया जाता है। आईएमए के सदस्य चिकित्सक इस अभियान में सहयोग करेंगे। आपके सहयोग से इस अभियान को अधिक से अधिक सफल बनाया जा सकता है। अतः आप सभी सदस्य चिकित्सकों को प्रस्तावित एमडीए अभियान में सहयोग करने के लिए निर्देशित किया जाता है।

मुंगेर सहित राज्य के 24 जिलों में आगामी 10 फरवरी से 14 दिनों। तक चलेगा एमडीए अभियान :
मुंगेर के जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ. अरविंद कुमार सिंह ने बताया कि एमडीए अभियान के दौरान ग्रामीण क्षेत्रों में आशा और शहरी क्षेत्रों में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता घर- घर जाकर अपने सामने 2 वर्ष से अधिक उम्र के सभी लोगों को अपने सामने फाइलेरिया कि दवा खिलाएगी। इस दौरान गर्भवती महिलाओं और गंभीर रूप से बीमार लोगों को फाइलेरिया कि दवा नहीं खिलानी है। आईएमए के सदस्य चिकित्सक इस अभियान को सफल बनाने के लिए समुदाय के बीच अपने स्तर से जागरूकता फैलाएंगे।

आईएमए से जुड़े चिकित्सक अपनी पर्ची पर रबर स्टांप लगाकर लोगों को फाइलेरिया के प्रति करेंगे जागरूक :
उन्होंने बताया कि 10 फरवरी से शुरू हो रहे एमडीए अभियान कि सफलता के लिए आईएमए से जुड़े चिकित्सक मरीजों को दी जाने वाली दवाओं कि अपनी पर्ची पर फाइलेरिया से संबंधित जागरूकता रबर स्टांप लगाकर लोगों को एमडीए अभियान और फाइलेरिया के प्रति जागरूक करेंगे। आईएमए बिहार द्वारा जारी पत्र में यह बताया गया है कि केयर इंडिया के सहयोग से आईएमए से जुड़े सभी चिकित्सकों को बहुत ही जल्द उपलब्ध करा दिया जाएगा।
केयर इंडिया के फाइलेरिया/कालाजार के डीपीओ ओम प्रसाद नायक ने बताया कि कुछ दिनों पूर्व केयर इंडिया बिहार के सौजन्य से आईएमए बिहार के साथ राज्यस्तरीय बैठक में एमडीए अभियान में इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के सदस्य चिकित्सकों के सहयोग पर विस्तार पूर्वक चर्चा की गई थी, बहुत ही जल्द आईएमए से जुड़े सभी चिकित्सकों को फाइलेरिया जागरूकता से संबंधित रबड़ स्टांप उपलब्ध करा दिया जाएगा।

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