थायराइड ग्लैंड में आई कमी से कई प्रकार की अन्य बीमारी होने का भी खतरा होता है। डॉक्टरों के मुताबिक,जब थायरायड ग्लैंड बहुत अधिक थायराइड हार्मोन पैदा करती है, तो स्थिति हाइपरथायराइडिज्म कहा जाता है।
इसके लक्षणों में हाथ कांपना ,ध्यान केंद्रित करने में परेशानी, तेज़ दिल की धड़कन, पसीना आना, नींद की समस्या, भूख बढ़ना और चिंता व घबराहट की जैसी परेशानी होती है। बच्चों और किशोरों में हाइपरथायरायडिज्म का सबसे आम कारण एक ऑटोइम्यून स्थिति है जिसे ग्रेव्स कहते हैं।
इसके कारण थायरॉयड ग्लैंड बहुत अधिक हार्मोन रिलीज करने लगता है। इस वजह से ही हाइपरथायरायडिज्म की समस्या होती है। यह समस्या छोटे या बड़े, स्त्री या पुरूष किसी मे भी हो सकती है।
कई मामलों में आयोडिन के अधिक सेवन से भी हाइपरथायरायडिज्म हो सकता है। इसके कारण कई तरह की बीमारियां हो सकती हैं जैसे –
हार्ट डिजीज
हड्डियों की कमजोरी
आंखों की बीमारी
स्किन पर सूजन
वजन का तेजी से घटना और बढ़ना
हाइपरथायरायडिज्म की स्थिति में गोभी, फूलगोभी, ब्रोकली और सोयाबीन जैसे भोजन को डॉक्टर की सलाह से ही लें। और साथ ही कुछ चीजों से दूर रहना लाभकारी होता है जैसे –
ज्यादा आयोडिन वाला नमक
मछली
अंडे का पीला भाग
सोया फूड
टोफू, सोयाबीन का तेल