स्पर्श दिवस के रूप में मनाई गई राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की पुण्यतिथि

: सिविल सर्जन ने एएनएम स्कूल की छात्राओं सहित स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों को दिलाई शपथ

: जिलाभर में 01 से 13 फरवरी तक मनाया जाएगा कुष्ठ रोगी जागरूकता पखवाड़ा
खगड़िया-

जिलाभर में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की पुण्यतिथि 30 जनवरी स्पर्श दिवस के रूप में मनाई गई । इस अवसर पर सोमवार को सदर अस्पताल परिसर स्थित जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण कार्यालय में सिविल सर्जन डॉ. राम नारायण चौधरी ने एएनएम स्कूल की छात्राओं सहित स्वास्थ्य विभाग के सभी अधिकारी और कर्मचारी को कुष्ठ रोगी जागरूकता को लेकर शपथ दिलाई। सिविल सर्जन डॉ. रामनारायण चौधरी ने बताया कि आज एंटी लेप्रोसी डे को स्पर्श लेप्रोसी अवेयरनेस कैंपेन के रूप मनाया जा रहा है। आगामी 01 से 13 फरवरी तक को कुष्ठ रोगी जागरूकता पखवाड़ा के रूप में मनाया जाएगा। उन्होंने बताया कि 30 जनवरी को विश्व भर में नेगलिजिएबल ट्रॉपिकल डिजीज (एनटीडी) दिवस के रूप मनाया जाता है । जिसमें कुष्ठ, टीबी, फाइलेरिया सहित लगभग 20 से अधिक बीमारियां शामिल हैं।

उन्होंने बताया आगामी 10 फरवरी 2023 से जिला भर में फाइलेरिया से बचाव को लेकर सर्वजन दवा सेवन कार्यक्रम शुरू हो रहा है। जिसमें घर-घर जाकर आशा कार्यकर्ता और आंगनबाड़ी कार्यकर्ता अपने सामने लोगों दो तरह के टैबलेट्स अल्बेंडाजोल और डीईसी खिलाएँगी। आप सभी लोग अपने स्तर से लोगों को फाइलेरिया की दवा खाने के लिए प्रेरित कीजिए। आप लोगों को यह जानकारी दीजिए कि मानसिक रोग के बाद दुनियाभर में लोग फाइलेरिया से ग्रसित हैं। भारत भर में कुल फाइलेरिया रोगियों के लगभग 40 % अकेले बिहार में फाइलेरिया के रोगी हैं।

इस अवसर पर जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण कार्यालय के सभागार में सेंटर फॉर एडवोकेसी एंड रिसर्च संस्था के सहयोग से स्वास्थ्य विभाग के द्वारा पेशेंट सपोर्ट ग्रुप की एक बैठक आयोजित की गई। जिसमें सिविल सर्जन डॉ. राम नारायण चौधरी, जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ. विजय कुमार, डॉ कृष्णा कुमार, प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी, खगड़िया सदर पीएचसी, वेक्टर बोर्न डिजीज कंसल्टेंट बबलू कुमार साहनी, डा शशि ईपीडिमियोलोजिस्ट,फाइलेरिया के रोगी नवीन कुमार, मुन्नी देवी सहित कई लोग उपस्थित थे।
बैठक को संबोधित करते हुए जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ विजय कुमार ने बताया कि क्यूलेक्स मच्छर के काटने से फाइलेरिया की बीमारी पैदा करने वाले वुचेरिया बॉनक्रोफ्टाई नामक माइक्रो फाइलेरिया पैदा होता है। जो शरीर के पूरे लिंफेटिक सिस्टम को ब्लॉक कर देता है। इसकी वजह से हाथी पांव, हाथ, जननांग, स्तन में भी फाइलेरिया हो सकता है। इससे बचने का उपाय है कि सभी लोग सर्वजन दवा सेवन कार्यक्रम के दौरान फाइलेरिया की दवा के रूप में अल्बेंडाजोल और डीईसी के टैबलेट्स का सेवन अवश्य करें। क्यूलेक्स मच्छर चूकि गंदगी में उत्पन्न होता है इसलिए अपने आसपास साफ सफाई का पूरा ध्यान रखिए और नियमित रूप से योगाभ्यास और व्यायाम कीजिए। आप लोग चूकि फाइलेरिया के पेशेंट हैं इसलिए आप यदि अपने बारे में बताते हुए लोगों को फाइलेरिया की दवा खाने के लिए प्रेरित करेंगे तो निश्चित रूप से बहुत अधिक प्रभाव पड़ेगा।

SHARE