कल से शुरू होगा एमडीए अभियान, तैयारियों को अंतिम रूप देने में जुटा स्वास्थ्य विभाग

जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से अभी तक की तैयारियों की समीक्षा की
अभियान के दौरान जिले के दो वर्ष अधिक उम्र के लोगों को डीईसी और अल्बेंडाजोल की खिलाई जाएगी दवा

भागलपुर, 8 फरवरी

जिले में शुक्रवार यानी 10 फरवरी से एमडीए अभियान का आगाज हो रहा है, जो अगले 14 दिनों तक चलेगा। इसके तहत दो वर्ष से अधिक उम्र के लोगों को अल्बेंडाजोल और डीईसी की दवा खिलाई जाएगी। इसे लेकर तैयारी लगभग अंतिम चरण में है। बुधवार को जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ. दीनानाथ ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये सभी अस्पतालों के प्रभारियों, बीसीएम और बीएचएम से तैयारियों की जानकारी ली और उसकी समीक्षा की। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में डॉ. दीनानाथ ने सभी को अभियान को सफल बनाने में जुट जाने के लिए कहा। इस दौरान डॉ. दीनानाथ ने निर्देश दिया कि अभियान में जो लोग शामिल हैं, वे समय से अपना काम करें। आशा कार्यकर्ता, आंगनबाड़ी सेविका-सहायिका या फिर अभियान में शामिल वॉलेंटियर को समय से दवा उपलब्ध करा दें। अभियान के दौरान एक-एक घर तक स्वास्थ्यकर्मी पहुंचे और कोई भी व्यक्ति छूट नहीं जाए, इसका विशेष ध्यान रखें। डॉ. दीनानाथ ने बताया कि एमडीए अभियान की तैयारी लगभग पूरी हो गई है। अभियान को सफल बनाने के लिए स्वास्थ्यकर्मियों को निर्देश दिया ही गया है, साथ ही इसमें दूसरे विभाग के लोगों का भी सहयोग लिया जा रहा है। शिक्षा, आईसीडीएस, खाद्य आपूर्ति विभाग, पीआरआई मेंबर, विकास मित्र के साथ-साथ स्थानीय जनप्रतिनिधियों समाजसेवियों की भी मदद ली जाएगी।
प्रचार रथ के जरिये लोगों को किया जा रहा जागरूकः डॉ. दीनानाथ ने बताया कि शहरी क्षेत्र में पीसीआई की मदद से पांच गाड़ियों के जरिये एमडीए अभियान का प्रचार-प्रसार किया जा रहा है। ग्रामीण क्षेत्रों में आरबीएसके की गाड़ियों से प्रचार-प्रसार किया जा रहा है। वाहन में माइकिंग के जरिये लोगों को अभियान के महत्व के बारे में बताया जा रहा है। फाइलेरिया से बचाव के लिए अल्बेंडाजोल और डीईसी की दवा खाना कितना जरूरी है, इसकी जानकारी लोगों को दी जा रही है।
इन लोगों को खिलाई जाएगी दवाः जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ. दीनानाथ कहते हैं कि अभियान के दौरान दो से पांच साल तक के लोगों को अल्बेंडाजोल की एक और डीईसी की एक गोली खिलाई जाएगी। छह से 14 साल तक के लोगों को अल्बेंडाजोल की एक और डीईसी की दो गोली खिलाई जाएगी। 15 साल या इससे ऊपर के लोगों को अल्बेंडाजोल की एक और डीईसी की तीन गोली खिलाई जाएगी। इसके अलावा दो साल से कम उम्र के बच्चे, गंभीर रूप से बीमार और गर्भवती महिलाओं को दवा नहीं खिलाई जाएगी। अभियान के दौरान इन बातों का ध्यान रखा जाना है।
क्यूलेक्स मच्छर के काटने से होता है फाइलेरिया: डॉ. दीनानाथ ने बताया कि फाइलेरिया एक गंभीर बीमारी है, जो क्यूलेक्स मच्छर के काटने से होता है। इसका प्रकोप बढ़ जाने के बाद कोई पर्याप्त इलाज संभव नहीं है। लेकिन, इसे शुरुआती दौर में ही पहचान करते हुए बढ़ने से रोका जा सकता है। इसके लिए संक्रमित व्यक्ति को फाइलेरिया ग्रसित अंगों को पूरी तरह साफ सफाई करनी चाहिए।

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