आतंकवादी समूह जैविक हथियार बना सकते हैं, कीट ड्रोन से हमले सम्भव, फैला सकते हैं वायरस

आतंकवादी समूह जैविक हथियार बना सकते हैं और कीट ड्रोन से हमले करके वायरस फैला सकते हैं जोकि कोरोना जैसे या उससे भी खतरनाक हो सकते हैं।

न्यू साउथ वेल्स यूनिवर्सिटी में ग्लोबल बायो सिक्योरिटी पढ़ाने वाले प्रोफेसर रैना मैकइंटायर ने दावा किया है कि जैव प्रौद्योगिकी का लगातार विकास हो रहा है। और यही विकास हमें ऐसे खतरे की तरफ ले जा रहा है जब आतंकवादी समूह अपने लिए खुद जैविक हथियार बना सकते हैं।

इस तकनीक से जैविक हथियार बनाने के बाद आतंकी संगठन कीट ड्रोन के माध्यम से मानवता पर बड़ा हमला कर सकते हैं। प्राफेसर रैना मैकइंटायर के मुताबिक हम ऑनलाइन ‘लैब इन बॉक्स’ किट को ऑनलाइन खरीद सकते हैं। इसके साथ 3डी प्रिंटिंग के साथ जैविक सामग्री भी मंगा सकते हैं। आने वाले वक्त में यह तकनीक मानव अस्तित्व के लिए खतरा बन सकती है।

गुप्त लैब चलाना पूरी तरह संभव है। अभी तक ऐसी कोई तकनीक भी सामने नहीं आई है, जिससे ये पता लगाया जा सके कि आखिर लैब कहां चल रही है।

ब्रिटेन की सेना की केमिकल, बायोलॉजिकल, रेडियोलॉजिकल और न्यूक्लियर रेजीमेंट के कमांडर कर्नल हामिश द ब्रेटन ने कहा कि ऐसा हो सकता है कि उन देशों में जैविक हथियार पर प्रयोग शुरू भी हो चुका हो, जो आतंकियों को पनाह देते हैं। इससे पहले ISIS ऐसी कोशिश कर भी चुका है। आतंकी संगठन ने सीरिया के रिफ्यूजी कैंप में प्लेग को फैलाने की कोशिश की थी।

कोरोना को भी जैविक हथियार की श्रेणी में रखा गया है जोकि चीन द्वारा फैलाया गया था। यदि कोई आतंकी संगठन जैविक हथियार बनाने में सफल हुआ तो हालात बेकाबू हो जाएंगे और दुनिया में मानवता को बहुत भयंकर त्रासदी झेलनी पड़ सकती है।

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