दुनिया का दूसरा हिटलर चीन में पैदा हुआ है। शी जिनपिंग के रूप में अवतरित हुआ ये हिटलर का भूत उसी के नक्शे कदम पर चल रहा है। चीन से मिल रहे संकेतों से यही लगता है कि दुनिया को दूसरा हिटलर मिल चुका है।
शी जिनपिंग को तीसरा कार्यकाल मिल चुका है। वे अपनी पार्टी और देश के सबसे ताकतवर व्यक्ति बन चुके हैं। राष्ट्रपति के रूप में तो वे ताकतवर थे ही, एक-एक कर सभी महत्वपूर्ण संगठनों के प्रमुख का पद भी धीरे-धीरे जिनपिंग ने अपने पास ले लिया है।
चीनी संसद ने ऐसा कानून पास कर दिया है जिससे किसी भी इमरजेंसी में जिनपिंग कोई भी कानून अकेले बनाकर उसे लागू कर सकते हैं।
रूस-यूक्रेन युद्ध को चीन का समर्थन, समुद्री सीमा में भी जगह-जगह घुसपैठ के प्रमाण, अमेरिका से उसकी रंजिश जगजाहिर है।भारत पर भी आँखें तरेरने का जिनपिंग का इतिहास है। चीन, ताइवान को अपनी सीमा में मिलाने को बेताब है। वह कभी भी हमला बोल सकता है।
जर्मन तानाशाह एडोल्फ हिटलर के चलते दुनिया ने दूसरे विश्वयुद्ध का सामना किया। अब शी जिनपिंग दुनिया को तीसरे विश्वयुद्ध में झोंकने को तैयार हैं। उनका बर्ताव हिटलर से मेल खाता है। हिटलर ने सारे अधिकार खुद में ले लिया था। आज शी जिनपिंग ने भी वही किया है। दोनों की नीति विस्तारवादी है जोकि अगले विश्व युद्ध को न्यौता देने वाली है।