भारतीय संस्कृति से ओत-प्रोत होगा नववर्ष मेला
मुख्य अतिथि होंगी सिने तारिका सांसद हेमामालिनी
मथुरा।
नववर्ष मेला समिति के महामंत्री प्रदीप श्रीवास्तव ने बताया कि अपनी भारतीय गौरवाशाली परम्परा, इतिहास एवं स्वाभिमान का प्रतीक भारतीय नववर्ष चैत्र शुक्ल प्रतिपदा संवत्सर की पूर्व संध्या पर नववर्ष मेला समिति, मथुरा विगत 22 वर्षों से परम्परागत रूप से विशाल नववर्ष मेला का आयोजन करती आ रही है। इस वर्ष भी यह एक दिवसीय विशाल मेला चैत्र शुक्ल प्रतिपदा विक्रम संवत् 2080 तदनुसार 22 मार्च की पूर्व संध्या पर चैत्र कृष्ण अमावस्या संवत् 2079 तद्नुसार 21मार्च दिन मंगलवार को नववर्ष मेला समिति, मथुरा द्वारा नवआकर्षण, नवसज्जा तथा नवउत्साह के साथ सेठ बी०एन० पोद्दार इण्टर कॉलेज, मथुरा के मैदान में परम्परागत रूप से विभिन्न सांस्कृतिक एवं रंगारंग कार्यक्रमों के साथ आयोजित किया जा रहा है। नववर्ष समारोह में मुख्यवक्ता अनंत श्री विभूषित परिव्राजकाचार्य पूज्य महामंडलेश्वर योगी यतींद्रानंद जी महाराज श्री पंचदशनाम जूना अखाड़ा और मुख्य अतिथि हेमामालिनी सुप्रसिद्ध सिनेतारिका एवं सांसद मथुरा होंगी।
यह जानकारी प्रदीप श्रीवास्तव, महामंत्री, नववर्ष मेला समिति मथुरा द्वारा सरस्वती शिशु मंदिर दीनदयाल नगर मथुरा में रविवार को आयोजित प्रेसवार्ता में पत्रकारों को दी। मेला महामंत्री ने बताया कि भारतीय संस्कृति के प्रचार-प्रसार के लिए नवसंवत्सर् पर नववर्ष मेला वर्ष 2002 से शुरू हुआ है। तभी से यह मेला प्रतिवर्ष लगता है। इस वर्ष एक दिवसीय नववर्ष मेला का शुभारम्भ चैत्र कृष्ण अमावस्या संवत् 2079 तदनुसार 21मार्च 2023 मंगलवार को भूमि पूजन एवं हवन के साथ मध्यान्ह एक बजे से सेठ बी एन पोद्दार इंटर कॉलेज के मैदान में होगा। रंगोली प्रतियोगिता सायं 5 बजे से और विभिन्न मंचीय प्रतियोगिताएँ सायं 5:30 बजे से होंगी।
महामंत्री ने बताया कि नववर्ष समारोह दीप प्रज्जवलन के साथ रात्रि 8 बजे से होगा। इसमें
मुख्यवक्ता अनंत श्री विभूषित परिव्राजकाचार्य पूज्य महामंडलेश्वर योगी यतींद्रानंद जी महाराज श्री पंचदशनाम जूना अखाड़ा और मुख्य अतिथि हेमामालिनी सुप्रसिद्ध सिनेतारिका एवं सांसद मथुरा होंगी। इस दिन का विशेष आकर्षण सांस्कृतिक कार्यक्रम अन्तर्गत रात्रि 9:15 बजे से कवियों की चौपाल (कवि सम्मेलन) होगा। जिसमें सुप्रसिद्ध कविगण गजेंद्र सोलंकी, शम्भू शिखर, डा० रुचि चतुर्वेदी, प्रख्यात मिश्रा एवं सूरजमणि त्रिपाठी कविता पाठ करेंगे।
नववर्ष मेला समिति अध्यक्ष कमलेश अरोरा ने बताया कि इस नवसम्वत्सर मेला में कोई भी विदेशी वस्तु की बिक्री नहीं होती। मेला में सभी स्वदेशी वस्तुओं की बिक्री होती है। भारतीय संस्कृति के अनुसार मेला में आने वाले सभी आगुन्तको को चंदन लगाकर स्वागत किया जाता है। मेला से वापस जाते समय नीम की कॉपल और मिश्री का प्रसाद भेंट किया जायेगा। मेला समिति द्वारा उन लोगों को जिनके घर में गंगा जल नहीं है, निःशुल्क गंगा जल और अन्य सभी को नवसम्वत्सर बधाई कार्ड भेंट स्वरूप दिया जायेगा।
मीडिया प्रमुख मुकेश शर्मा ने बताया मेला का मुख्य आकर्षण घोडा, ऊँट की सवारी, झूले खेल-तमाशा, खान-पान की स्टॉल, स्वदेशी वस्तुओं की बिक्री, राष्ट्रीय साहित्य बिक्री केन्द्र, कुटीर उद्योग से बने वस्त्र, विभिन्न प्रकार की प्रदर्शनी, नृत्य संगीत के सांस्कृतिक कार्यक्रम सहित भारतीय संस्कृति पर आधारित विविध मनोरंजक पूर्ण कार्यक्रम होंगे।
पत्रकार वार्ता में कोषाध्यक्ष अजय कुमार सर्राफ, मंत्री अनिरुद्ध अग्रवाल एवं मीडिया प्रमुख मुकेश शर्मा आदि उपस्थित रहे।