महागठबंधन की सात पार्टियां भी बीजेपी को शिकस्त नहीं दे सकी

पटना।

महागठबंधन की सात पार्टियां भी बीजेपी को शिकस्त नहीं दे सकी हैं। यह बात सामने आई है बिहार के एम एल सी चुनाव में जहाँ बीजेपी दो सीटें गठबंधन के जबडेसे निकालने में सफल रही है। यह चुनाव महागठबंधन खासकर जेडीयू के लिए बड़ा संदेश देने वाला है। बीजेपी से अलग होने के बाद बदले सियासी समीकरण में महागठबंधन की सात पार्टियां बीजेपी को शिकस्त नहीं दे पा रही है।

बिहार में पांच सीटों पर हुए चुनाव के बाद जो परिणाम हैं उसमें जेडीयू के दो, बीजेपी के दो और प्रशांत किशोर की जनसुराज समर्थित निर्दलीय अफाक अहमद की जीत हुई है। यह चुनाव बीजेपी के लिए बड़ी उपल्बधि है क्योंकि बीजेपी जहां अपनी सीट बचाने में कामयाब रही वहीं गया शिक्षक निर्वाचन पर जीत दर्ज कर महागठबंधन की सात पार्टियों को जोर का झटका दिया है।

बीजेपी गया स्नातक निर्वाचन सीट भी बचाने में कामयाब रही वह भी तब तब बीजेपी के अवधेश नारायण सिंह के खिलाफ आरजेडी ने अपने प्रदेश अध्यक्ष के बेटे को मैदान में उतारा था। पुनीत कुमार की जीत के लिए यहां जगदानंद सिंह और उनके बेटे सुधाकर सिंह ने मोर्चा संभाला था लेकिन बीजेपी तेजस्वी-नीतीश के जबड़े से दोनों सीट निकाल लाई।

बिहार के वरिष्ठ पत्रकार रवि उपाध्याय कहते हैं कि बीजेपी ने सम्राट चौधरी को प्रदेश अध्यक्ष बना कर जो दाव खेला है वह दाव सफल होते दिख रहा है। बीजेपी बिहार में उन सभी दावों समीकरणों को झुठला रही है जो नीतीश- तेजस्वी के साथ आने के बाद किए जा रहे थे। सात पार्टियों का बीजेपी मजबूती से मुकाबला कर रही है।0

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