अब ब्लड टेस्ट से हो जाएगी डायबिटीज की भविष्यवाणी

अब ब्लड टेस्ट से डायबिटीज की भविष्यवाणी की जा सकेगी। एडिनबर्ग यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर रिकार्डो मेरियोनी का कहना है कि साल में एक बार ब्लड टेस्ट कराकर इंसान डायबिटीज के खतरे से बच सकते हैं। वैज्ञानिकों का कहना है कि नया ब्लड टेस्ट डायबिटीज के मरीजों को समय रहते अलर्ट करेगा और वो लाइफस्टाइल में बदलाव करके इसके खतरों से बच सकेंगे।

भारत में देश में करीब 7.7 करोड़ लोग डायबिटीज से जूझ रहे हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन की रिपोर्ट के अनुसार भारत में 50 फीसदी से ज्यादा ऐसे लोग हैं जिन्हें यह जानकारी ही नहीं है कि वो डायबिटीज से परेशान हैं। डायबिटीज से जूझने वाले मरीजों में हार्ट अटैक और स्ट्रोक का खतरा दोगुना है। शरीर में ब्लड का सर्कुलेशन घटने पर अल्सर और इंफेक्शन का खतरा अधिक रहता है।

इस ब्लड टेस्ट सैम्पल की जांच के दौरान मेथाइलेशन का स्तर पता लगाया जाता है। ब्लड में यह केमिकल उस जीन के बारे में बताता है जो डायबिटीज की वजह बनता है। इसलिए बीमारी के शुरुआती दौर इसकी जांच करके डायबिटीज से बारे में भविष्यवाणी की जाती है।

डेलीमेल की रिपोर्ट के मुताबिक, इस नए ब्लड टेस्ट को विकसित करने के लिए स्कॉटलैंड में पिछले 15 सालों में 14,613 लोगों के स्वास्थ्य पर नजर रखी गई। 50 फीसदी लोगों में यह भी देखा गया कि जिन्हें टाइप-2 डायबिटीज हुई उनका ब्लड उन लोगों से कितना अलग था जिनमें यह बीमारी नहीं हुई। दोनों की तुलना की गई और वैज्ञानिक इस नतीजे पर पहुंचे।

SHARE