साल का पहला सूर्य ग्रहण 20 अप्रैल गुरुवार के दिन होने वाला है। ग्रहण एक महत्वपूर्ण खगोलिय घटना है। ज्योतिष शास्त्र में सूर्य ग्रहण को विशेष महत्व दिया गया है। ज्योतिष में सूर्य ग्रहण को शुभ नहीं माना जाता है, क्योंकि इस समय सूर्य के ऊपर राहु का प्रभाव बढ़ जाता है और सूरज ग्रसित हो जाता है।
सूर्यग्रहण के समय सूर्य अपनी उच्च राशि मेष में राहु और बुध के साथ होंगे। वहीं मंगल बुध की राशि मिथुन में आएंगे। ज्योतिष शास्त्र में मंगल को मेष और बुध को मिथुन राशि का स्वामी माना गया है। मंगल के मिथुन में और बुध के मेष में होने से राशि परिवर्तन ग्रहण योग बन रहा है।
यह ग्रहण मेष, वृष और कन्या राशि पर विशेष रूप से प्रभाव डालने वाला है। मेष राशि वालों को इस समय कार्यक्षेत्र में भी मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है। व्यापार या नौकरी के मामले में लिए गए कुछ फैसले आपके लिए गलत साबित हो सकते हैं।
वृष राशि वालों को करियर और परिवार के मामले में काफी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। इस समय एक साथ कई मुश्किलें आएंगी जिसे संभालना आपके लिए मुश्किल होगा। स्वभाव में भी परिवर्तन आएगा, क्रोध बढ़ेगा, आर्थिक स्थिति भी खराब हो सकती है।
कन्या राशि वालों के परिवार में भी किसी बात को लेकर तनाव बढ़ सकता है। पुरानी बीमारी फिर से जाग सकती है, कारोबार या नौकरी से जुड़े लोगों को कार्यक्षेत्र में काफी समस्याएं हो सकती हैं जिससे आर्थिक स्थिति भी प्रभावित होगी।