शाशन हो तो ऐसा, माफिया, डॉन, कातिल, और यहाँ तक कि उनके रिश्तेदार तक भी अंडरग्राउंड हो गए हैं। माफिया अतीक के बेटे की लाश लेने को भी कोई तैयार नहीं है। पुलिस असद की लाश लेने की कार्यवाही करेगी और अंतिम संस्कार भी करेगी।
असद के एनकाउंटर के बाद बरेली में अशरफ के गुर्गों में दहशत है। एसटीएफ अब सद्दाम की तलाश में जुटी है। बरेली जेल में रहते हुए अशरफ ने साले सद्दाम व गुर्गे लल्ला गद्दी के सहारे जिले में नेटवर्क तैयार किया था। लल्ला इन दिनों जेल में है जबकि सद्दाम फरार है। लल्ला की हिस्ट्रीशीट खोलने की संस्तुति की गई है।
जो गुर्गे अतीक, अशरफ और सद्दाम के नाम पर रौब गांठते थे, एसटीएफ की कार्रवाई के बाद वे भूमिगत हो गए हैं। सद्दाम और लल्ला गद्दी अशरफ की उसके गुर्गों से मुलाकात कराते थे। इसमें जेल स्टाफ उनका साथ देता था।