रेलवे ने 53 मार्गों की गति सीमा बढाने का किया शुभारंभ, 130 किमी प्रति घन्टा तक बढ़ेगी रफ्तार

नई दिल्ली।

भारतीय रेलवे ने देश भर में 53 महत्वपूर्ण ब्रॉड-गेज मार्गों की चालन गति को 130 किमी प्रति घंटे तक बढ़ाने का फैसला किया है। इस कदम से यात्रा के समय में कमी आने और ट्रेनों की परिचालन दक्षता में वृद्धि होने और माल ढुलाई के संचालन को भी बढ़ावा मिलने की उम्मीद है।

रेलवे ने स्वर्णिम चतुर्भुज-स्वर्णिम विकर्ण (जीक्यू-जीडी) मार्ग की 9890 किलोमीटर मार्गों के लिए अधिकतम गति को पहले ही 130 किमी प्रति घंटे तक बढ़ा दिया है।

अब रेलवे ने विभिन्न क्षेत्रों में 53 मार्गों का चयन किया है और संबंधित महाप्रबंधकों को चालू वित्त वर्ष के अंत तक 130 किमी प्रति घंटे की गति क्षमता प्राप्त करने के लिए बुनियादी ढांचे में सुधार करने का निर्देश दिया है।

गति बढ़ाने के कार्यों से न केवल वंदे भारत ट्रेनों बल्कि शताब्दी एक्सप्रेस और अन्य ट्रेनों के चलने के समय को कम करने में भी मदद मिलेगी। गति में वृद्धि के प्रभाव का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि विभिन्न मार्गों पर गति में वृद्धि के बाद, दक्षिण रेलवे ने 2022-23 में पूरे ज़ोन में 44 ट्रेन सेवाओं की गति बढ़ा दी है, जिससे यात्रियों के लिए यात्रा का समय कम हो गया है।

हाल ही में CAG की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि देश में मेल और एक्सप्रेस ट्रेनों की औसत गति केवल 50.6 किमी प्रति घंटा थी। औसत बढ़ाने के लिए 2016-2017 में मिशन रफ्तार परियोजना की परिकल्पना की गई थी। यात्री और मालगाड़ियों दोनों की गति को अब निरंतर बढाया जा रहा है।

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