दलालों पर नकेल कसने और टिकटों की कालाबाजारी रोकने के लिए आईआरसीटीसी और आरपीएफ की टीम एक्शन मोड में आ गई है। इस स्कीम के तहत IRCTC ने मार्च में 1,24,891 पर्सनल यूजर आईडी को ब्लॉक किया है।
जानकारी के मुताबिक इस आईडी के जरिए नियम से ज्यादा टिकट बुक कर कालाबाजारी की जा रही थी। वहीं, टिकटों की कालाबाजारी पर लगाम लगाने के लिए दिल्ली मंडल के आरपीएफ ने कई शहरों में ताबड़तोड़ छापेमारी कर 65 मामले दर्ज किए हैं।
अधिकारियों के मुताबिक गाजियाबाद, फरीदाबाद और आदर्श नगर में टिकटों की कालाबाजारी के सबसे ज्यादा मामले सामने आ रहे हैं। IRCTC के अनुसार, टिकट दलाली को रोकने के लिए एक इंटरनेट टिकटिंग एंट्री फ्रॉड टीम बनाई गई है, जो तत्काल टिकट बुकिंग की रोजाना निगरानी कर रही है और संदिग्ध लॉगिन के आईपी को ब्लॉक कर रही है।
इसने मार्च में 1,24,891 पर्सनल यूजर आईडी को ब्लॉक किया है। इसके साथ ही तत्काल अवधि के दौरान पहले सेकेंड में टिकट बुक करने वाले यूजर्स पर नजर रखी जा रही है। साथ ही उनका डाटा कलेक्ट किया जा रहा है
दलालों पर नकेल कसने के लिए दिल्ली मंडल के आरपीएफ अधिकारियों ने अलग-अलग रेलवे स्टेशनों के लिए टीमों का गठन किया है, जिन्होंने स्टेशनों के आसपास संदिग्ध लोगों पर नजर रखना शुरू कर दिया है।
सीनियर डीएससी प्रियंका शर्मा ने बताया कि अब तक कुल 65 मामले दर्ज किए जा चुके हैं। आरोपी के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर कार्रवाई की जा रही है। महीने भर के ऑपरेशन के दौरान, आरपीएफ कर्मियों ने सफलतापूर्वक निगरानी की और टिकटों की कालाबाजारी करने वालों को गुप्त रूप से पकड़ा। अधिकारियों के मुताबिक गिरफ्तार आरोपियों के पास कई नामों वाली यूजर आईडी है।
आरपीएफ के एक अधिकारी ने कहा कि टिकटों की कालाबाजारी ने अलग-अलग नामों से यूजर आईडी बनाई। यह खेल तत्काल टिकट में ही हो रहा है। दरअसल, नियम यह है कि आईआरसीटीसी एजेंटों के लिए तत्काल टिकट विंडो सुबह 11 बजकर 15 मिनट पर खुल जाती है। जबकि पर्सनल आईडी के लिए तत्काल टिकट की बुकिंग सुबह 11 बजे से ही शुरू हो जाती है। इसका फायदा उठाकर दलाल टिकट की कालाबाजारी करते हैं।