पेट्रोल की किल्लत खत्म होने वाली है क्योंकि अब घर के गीले कचरे से दौडेगी आपकी गाड़ी। इसकी प्रक्रिया मुम्बई में चल रही है। मुम्बई में प्रतिदिन 6400 तन कचरा निकलता है जिसमे 3500 टन गीला कचरा होता है। बीएमसी अब घर के कचरे को इकट्ठा करके कम्प्रेस्सड बायोगैस बनाने की तैयारी में है। इससे गीले कचरे से भी निपटारा मिल जाएगा और इसमें ज्यादा खर्चा भी नहीं आएगा।
कचरे में सबसे ज्यादा मात्रा मीथेन, कार्बन डाई आक्साइड और हाइड्रोजन सल्फाइड की होती है। कुछ समय तक इसको सूखा कर कार्बन डाई आक्साइड और हाइड्रोजन सल्फाइड इससे हटा दी जाती है। फिर इस गैस को कंप्रेस किया जाता है। इसी तरह कंप्रेस्ड गैस तैयार हो जाती है। इसमें मीथेन की मात्रा 90 फीसदी हो जाती है।
इस कंप्रेस गैस का इस्तेमाल ऑटोमोटिव फ्यूल के तौर पर किया जाता है। इससे पॉल्यूशन भी कम होता है और जीरो कार्बन एमिशन में भी इसका खासा योगदान है। ऑटोमोटिव फ्यूल के मुकाबले काफी सस्ता होगा। CNG लोगों अभी ज्यादा कीमत चुकानी पड़ती है वहीं इस गैस के तैयार होने से उनका CNG का भी खर्चा कम हो जायेगा।