नई दिल्ली।
नया संसद भवन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्र को समर्पित किया। संसद की इस नई शानदार इमारत को बनाने में इसे मूर्त रूप देने में देश की कुछ कंपनियों ने दिन-रात एक करके काम किया है, इनमें टाटा ग्रुप का नाम मुख्य रूप से शामिल है।
नए संसद भवन के निर्माण का भूमि पूजन 10 दिसंबर 2020 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया था जबकि इसे रिकॉर्ड समय में पूरा करने का काम किया है टाटा ग्रुप की कंपनी टाटा प्रोजेक्ट्स लिमिटेड ने।
टाटा प्रोजेक्ट्स ने नए संसद भवन को करीब 971 करोड़ रुपये की लागत में तैयार किया है। ये 20,000 करोड़ रुपये के सेंट्रल विस्टा रीडेवलपमेंट प्रोजेक्ट का हिस्सा है। नए संसद भवन के निर्माण में 26,045 टन स्टील का इस्तेमाल हुआ है। वहीं इसके लिए 63,807 टन सीमेंट उपयोग में लाया गया है। इतना ही नहीं इसके निर्माण में 23.04 लाख कार्यदिवस का रोजगार भी पैदा हुआ।
देश की राजधानी में नया संसद भवन तैयार करने वाली टाटा ग्रुप की ये कंपनी देश की आर्थिक राजधानी मुंबई को एक नया लैंडमार्क भी देने जा रही है। कंपनी मुंबई ट्रांस-हार्बर लिंक का निर्माण भी कर रही है, जो मुंबई के यातायात को पूरी तरह बदल देगा।
नई संसद को मूर्त रूप टाटा प्रोजेक्ट्स ने दिया है। इसका डिजाइन तैयार किया अहमदाबाद की कंपनी एचसीपी डिजाइन प्लानिंग और मैनेजमेंट ने, कंपनी के प्रमुख विमल हसमुख पटेल सेंट्रल विस्टा रीडेवलपमेंट प्रोजेक्ट के मुख्य कंसल्टेंट हैं।