चक्रवाती तूफान बिपरजॉय धीरे-धीरे गुरजात के करीब पहुंच रहा है। कई इलाकों में इसका असर दिखाई देने लगा है। द्वारका में भी तूफान के चलते भारी बारीफ होने की आशंका है। कच्छ के कलेक्टर अमित अरोरा ने बताया है कि लैंडफॉल शाम 4 से 5 बजे के बीच हो सकता है।
यहा से अब तक 50 हजार लोगों को निकालकर सुरक्षित जगहों पर शिफ्ट किया गया है। 6 एनडीआएफ, 3 आरपीएफ, 2 एसडीआरएफ और 8 आर्मी के कॉलम को स्टैंड बाय में रखा गया है। 20 हजार से ज्यादा जानवरों को भी शेल्टर होम में शिफ्ट किया गया है। इसके अलावा रास्तों को साफ करने के लिए भी 50 टीमें तैयार की गई हैं।
बिपरजॉय तूफान के खतरे को देखते हुए मंबई के जुहू बीच पर लाइफ गार्ड तैनात किए गए हैं। यहां हाई टाइड का खतरा मंडरा रहा है। मौसम विज्ञान विभाग के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्रा ने बताया कि लैंडफाल शाम से शुरू होकर रात तक चलेगा। इस दौरान 115 से 125 km प्रति घंटे की रफ्तार से लैंडफाल होगा। आज सौराष्ट्र, कच्छ, मोरबी, जामनगर, द्वारका और पोरबंदर में भारी से अति भारी बारिश का अनुमान है।
इस तूफान से होने वाली तबाही को लेकर अलर्ट किया है। ऐसे में सुरक्षा की सभी तैयारियां पूरी कर ली गई है। वहीं लोगों सुरक्षित जगहों पर पहुंचाने के लिए निकासी अभियान अभी भी जारी है।