चंद्रयान 3 की लॉन्चिंग 13 जुलाई को किये जाने की इसरो ने पुष्टि की है। इसरो के प्रमुख एस सोमनाथ ने बुधवार को स्पष्ट किया है कि चंद्रयान तीन की लॉन्चिंग की तैयारियां पूरी कर ली गई हैं और इसकी लॉन्चिंग 13 जुलाई को होगी। इसरो पिछले कई दिनों से इसकी लॉन्चिंग की टेस्टिंग में लगा हुआ है।
उन्होंने कहा था कि चंद्रयान 2 के वक्त विक्रम लैंडर की लैंडिंग में गड़बड़ी हो गई थी जिसकी वजह से चंद्रयान तीन से संपर्क टूट गया था। इस बार लैंडर को अपडेट किया गया है। उन्होंने बताया कि इसकी लैंडिंग तकनीक को पूरी तरह से बदला गया है। इसरो से मिली जानकारी के मुताबिक इस बार सिर्फ लैंडर और रोवर को ही अंतरिक्ष में भेजा जा रहा।
इसके जरिए पहले से ही चंद्रमा के ऑर्बिट में घूम रहे चंद्रयान 2 से संपर्क किया जाएगा। इसमें कई सेंसर्स और ऑटोमेटिक प्रोग्राम्स का इस्तेमाल किया गया है। इसरो ने बताया है कि इस लैंडर की तकनीक ही इसे सेफ लैंडिंग कराएगी। क्योंकि इसे पत्थरों से बचाने के लिए और सुरक्षित लैंडिंग के लिए ही सेंसर्स का इस्तेमाल किया गया है। जब चंद्रयान तीन चांद की सतह के पास पहुंचेगा तो 7 किलोमीटर की ऊचांई से ही इसकी लैंडिंग से शुरू हो जाएगी, जिसके बाद 2 किलोमीटर की ऊंचाई पर सभी सेंसर्स एक्टिव हो जाएंगे। इसकी स्पीड लिमिट, डायरेक्शन और लैंडिंग की जगह सब ऑटोमेटिकली डिसाइड होगा।