देश के अलग-अलग शहरों में बारिश का तांडव जारी है। इससे उत्तराखंड भी अछूता नहीं है। उत्तराखंड में भी आसमान से बरसी आफत के कारण खाद्यान्न की भारी कमी शुरू हो गई है। यहां टिहरी गढ़वाल में भूस्खलन की घटना सामने आई है। मिस्सरवाला में 2 मकान गिरने से 2 लोगों की मौत की खबर है।
मुनिनी सैंड पुलिस स्टेशन के प्रभारी निरीक्षक रितेश शाह ने कहा कि एसडीआरएफ और स्थानीय पुलिस के जवान मौके पर पहुंच गए हैं। फिलहाल यहां रेस्क्यू ऑपरेशन जोरों से चल रहा है। एसडीआरएफ के इंस्पेक्टर कवेंद्र सजवाण ने बताया कि तीन शव बरामद कर लिए गए हैं, जबकि अन्य यात्रियों की तलाश के लिए गोताखोर अभियान चला रहे हैं। उन्होंने बताया कि ये यात्री दिल्ली, बिहार और हैदराबाद के थे।
पुलिस के मुताबिक, घटना ऋषिकेष-बद्रीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग पर मुनि के आवास सैंड इलाके में हुई। भूस्खलन की चपेट में आने के बाद चालक ने वाहन से नियंत्रण खो दिया, जिससे कार सड़क से नीचे गंगा नदी में जा गिरी।
इस बीच, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने लोगों से भारी बारिश और नदियों के उफान के कारण भूस्खलन के कारण सतर्क रहने की अपील की है। खराब मौसम और भारी बारिश के कारण भूस्खलन, सड़कें बंद होने और नदियों और नालों में उफान आने की घटनाएं हुई हैं। उन्होंने कहा कि सभी जिलाधिकारियों और आपदा प्रबंधन विभागों को अलर्ट पर रहने का निर्देश दिया गया है।
इस बीच उत्तराखंड में भारी बारिश के कारण हरिद्वार में गंगा नदी का जल स्तर बढ़ गया है, जबकि उत्तरकाशी में भागीर नदी का जल स्तर बढ़ने के कारण एक व्यक्ति नदी के बीच में फंस गया जिसे रेस्क्यू कर लिया गया।
उत्तराखंड के उधमसिंह नगर जिले के काशीपुर इलाके में भी पेड़ गिरने की घटना सामने आई है। यहां मिस्सरवाला गांव में भारी बारिश के कारण 2 घर ढह गए हैं, जिसमें 2 की मौत हो गई है, जबकि 1 के घायल होने की खबर है। उत्तराखंड राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र के अनुसार, मृतकों की पहचान नसीर अहमद (65) और उनकी पत्नी मोहम्मदी (60) के रूप में हुई है। घटना में दंपति की पोती मंतसा (18) घायल हो गई है और उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है।