दिल्ली-एनसीआर में बारिश की वजह से त्राहिमाम की स्थिति बनी हुई है। यमुना खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। कहीं मकान गिरे तो कहीं पेड़ गिरे, तो कहीं सड़कें सैलाब में बदल गई, अंडरपास पानी से लबालब हो गए। अलग अलग घटनाओं में अब तक 5 लोगों की मौत हो गई है और 5 अन्य घायल हुए हैं।
हरियाणा के हथिनीकुंड बैराज से नदी में पानी छोड़े जाने के बाद दिल्ली में यमुना का जलस्तर खतरे के निशान (204.5 मीटर) को पार कर गया है।यमुना के बढ़ते जलस्तर के बाद दिल्ली के निचले इलाकों में बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है। मौसम विभाग की मानें तो दिल्ली में पिछले 40 सालों में ऐसी बारिश नहीं हुई थी।
मौसम विभाग ने बताया है कि दिल्ली में मंगलवार को भी मध्यम बारिश हो सकती है। बुधवार, गुरुवार और शुक्रवार को मामूली राहत मिल सकती है, लेकिन शनिवार और रविवार को एक बार फिर से बारिश की सम्भावना है।
यमुना के खतरे के निशान से ऊपर बहने के बाद दिल्ली के जिन इलाकों में बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है उनमें सीलमपुर की किसान बस्ती, बदरपुर खादर गांव, सबपुर बस टर्मिनल, सोनिया विहार में एमसीडी टोल, आईएसबीटी वाली किसान बस्ती, अन्नपूर्णा मंदिर, आईएसबीटी वाली किसान बस्ती, उस्मानपुर पुस्ता, बदरपुर खादर गांव और और गढ़ी मांडू गांव, दिल्ली सचिवालय, लक्ष्मी नगर, यमुना विहार समेत और भी कई इलाके शामिल हैं।