26 “राफेल एम” भारतीय नौसेना के लिए खरीदने की तैयारी पूरी हो चुकी है। पीएम नरेंद्र मोदी फ्रांस की यात्रा पर रवाना हो गए हैं इसी यात्रा में भारत और फ्रांस के बीच 26 राफेल एम को लेकर भी करार होने जा रहा है। इसमें तीन स्कॉर्पियन पनडुब्बी भी शामिल होंगी जो नौसेना की ताकत को कई गुना बढ़ा देंगी। चीन के साथ बढ़ते तनाव को देखते हुए ये सौदा बेहद महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
राफेल M का एयरफ्रेम इस तरह डिजाइन किया गया है जिससे वे युद्धपोत पर लैंड कर सकें, जबकि राफेल का एयरफ्रेम स्टैंडर्ड है। सबसे खास बात हैं इसके विंग जो फोल्डेबल हैं यानी ये अपने पंख सिकोड़ सकता है।
राफेल एम की रडार को मैरिटाइम के अनुरूप डिजाइन किया गया है। राफेल एम से एंटी शिप मिसाइल लांच की जा सकती है, ये ज्यादा दूरी के हथियार भी ले जा सकता है। माना जा रहा है कि राफेल एम को INS विक्रमादित्य और INS विक्रांत पर तैनात किया जा सकता है, इन युद्धपोतों पर फिलहाल मिग-29 तैनात हैं।
भारत तीन स्कॉर्पियन श्रेणी का भी सौदा करने वाला है, यह सबमरीन बेहद खास होती हैं। ये एंटीशिप गाइडिड मिसाइल से लैस होती है और यह सबमरीन किसी भी रडार से बचने में सक्षम है। खास बात ये है कि लंबी दूरी की गाइडेड टॉरपीडो के साथ-साथ युद्धपोत रोधी मिसाइलों से भी लैस होती हैं।