एडी हेल्थ कार्यालय में मंडल के आरएमएनसीएचए काउंसलर की हुई ट्रेनिंग
परिवार के कल्याण का कार्यक्रम है परिवार नियोजन
आगरा,
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण अपर निदेशक कार्यालय स्थित सभागार में गुरुवार को आरएमएनसीएचए काउंसलर का मंडलीय अभिमुखीकरण हुआ। इस दौरान आगरा मंडल के चारों जनपदों से आए काउंसलरों को इंटीग्रेटेड काउंसलिंग अप्रोच के बारे में जानकारी दी गई।
बैठक में अपर निदेशक चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण डॉ. चंद्रशेखर ने बताया कि परिवार कल्याण एक राष्ट्रीय कार्यक्रम है, इसमें आरएमएनसीएचए काउंसलर की महत्वपूर्ण भूमिका है, क्योंकि उनके द्वारा जनमानस को परिवार कल्याण की विभिन्न विधाओं की पूर्ण जानकारी दी जाती है। जिससे कि दंपत्ति अपने स्वास्थ्य को समझें और अपने हिसाब से परिवार नियोजन के साधन अपनाएं।
यूपी-टीएसयू लखनऊ से आईं एसोसिएट परिवार नियोजन डॉ.शोभा मिश्रा ने बताया कि अभिमुखीकरण के दौरान काउंसलरों को इंटीग्रेटेड काउंसलिंग अप्रोच के बारे में बताया गया। इसमें काउंसलर महिला से उसकी किशोरावस्था से लेकर अब तक की स्वास्थ्य संबंधी जानकारी प्राप्त करेंगी और उन्हें परिवार कल्याण के लिए संपूर्ण जानकारी प्रदान करेंगी।
उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश में 60 प्रतिशत महिलाएं एनीमिक (खून की कमी) हैं, ऐसे में उन्हें काउंसलर बताएंगे कि उनको कब गर्भधारण करने के बारे में सोचना चाहिए, दो बच्चों के बीच में कितना अंतर रखना चाहिए। इससे क्या फायदा होगा। इसके साथ ही दो बच्चों में अंतर रखने से महिला के स्वास्थ्य पर भी प्रतिकूल प्रभाव नहीं पड़ेगा और बच्चा भी तंदुरुस्त पैदा होगा। उन्होंने बताया कि इस काउंसलिंग के दौरान पति व पत्नी दोनों को शामिल किया जाएगा, जिससे कि दोनों अपने हिसाब से परिवार नियोजन का साधन चुन सकें।
सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र (सीएचसी) शमशाबाद से आईँ आरएमएनसीएचए काउंसलर रेनू तोमर ने बताया “अभिमखीकरण कार्यक्रम में हमें इंटीग्रेटेड काउंसलिंग के बारे में जानकारी मिली। हमें बताया गया कि लाभार्थी को सही जानकारी दी जाए, जिससे वह परिवार नियोजन के विभिन्न साधनों (बास्केट ऑफ च्वाइस) में से एक को अपना सके।
इस दौरान जिला परिवार नियोजन विशेषज्ञ सविता पांडेय, आलोक सक्सेना, अंबरीष पांडेय, पंकज पाठक, डिविजनल क्वालिटी एसोसिएट मनोज शर्मा आदि मौजूद रहे।