भारत ने लिया फैसला तो हिल गया अमेरिका और संयुक्त अरब अमीरात

भारत ने लिया फैसला तो अमेरिका और संयुक्त अरब अमीरात हिल गए और वहाँ देखने में आया कि भारत के बिना उनका गुजारा नहीं है। एक खबर के मुताबिक अब देश से किसी भी तरह के चावल का एक्सपोर्ट या इंपोर्ट करके री-एक्सपोर्ट करना बैन हो गया है। इसमें ब्राउन राइस से लेकर मिल्ड और ब्रोकन राइस दोनों शामिल हैं। अमेरिका में हाहाकार मचने के बाद अब संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) भी चावल के संकट की आहट महसूस कर रहा है।

भारत सरकार ने पिछले हफ्ते ही देश से गैर-बासमती व्हाइट चावल और टूटे हुए चावल ( ब्रोकन राइस) के एक्सपोर्ट पर बैन लगा दिया है। इसकी वजह घरेलू बाजार में चावलों की कीमतों पर नियंत्रण बनाए रखना है। हाल के दिनों में देश में हुई मूसलाधार बारिश ने धान की फसल को काफी नुकसान पहुंचाया है। इसलिए सरकार को ये फैसला लेना पड़ा है।

भारत सरकार के इस फैसले का असर अमेरिका में देखा गया है। यहां सुपर बाजार में चावलों की कीमतें 3 गुना तक बढ़ी हैं। आम तौर पर 9 किलो के एक बैग चावल की कीमत यहां 10 डॉलर तक होती थी जो बीते दिनों में 35 डॉलर तक पहुंची है। वहीं चावल खरीदने के लिए सुपर मार्केट्स के बाहर लोगों के लंबी-लंबी लाइनों में लगे होने के कई वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं। कुछ सुपर मार्केट्स को बाकायदा नियम बनाना पड़ा कि एक परिवार केवल एक पैकेट चावल ही खरीद सकता है।

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