भारत का चंद्रयान-3 कामयाबी की नई इबारत लिखने को तैयार, 23 अगस्त को होगी सॉफ्ट लेंडिंग

भारत का चंद्रयान-3 कामयाबी की नई इबारत लिखने को तैयार है। लैंडिंग से पहले चंद्रयान-3 कई चरण से गुजरेगा जिसमें उसका वजन कम होता जाएगा। यह पृथ्वी की कक्षा को छोड़कर चांद की कक्षा में दाखिल हो चुका है। इसरो के मुताबिक चंद्रयान की लैंडिंग 23 अगस्त को होनी वाली है।

चंद्रयान-3 सफलतापूर्वक लूनर ऑर्बिट में दाखिल हो चुका है। लैंडिंग से पहले चंद्रयान-3 का करीब 2100 किलोग्राम वजन कम हो जाएगा। चंद्रयान का कुल वजन करीब 3 हजार 900 किलोग्राम है। वजन के मुताबिक इसे तीन हिस्सों में बांटा जाता हैं। पहला प्रोपल्शन मॉड्यूल, दूसरा लैंडर और तीसरा रोवर।

इन तीनों हिस्सों में प्रोपल्शन मॉड्यूल का वजन सबसे ज्यादा है,यानी 2148 किलोग्राम, लैंडर मॉड्यूल का वजन 1752 किलोग्राम जबकि रोवर प्रज्ञान का वजन महज 26 किलोग्राम है। लैंडिंग से पहले चंद्रयान का प्रोल्शन मॉड्यूल अलग हो जाएगा, यानि 2100 किलोग्राम वजन कम हो जाएगा।

17 अगस्त तक तीन और प्रक्रिया होंगी जिसके बाद लैंडिंग मॉड्यूल, जिसमें लैंडर और रोवर शामिल हैं, प्रपल्शन मॉड्यूल से अलग हो जाएगा। इसके बाद चंद्रमा पर अंतिम लैंडिंग से पहले लैंडर पर डी-ऑर्बिटिंग प्रक्रिया होगी। इसरो के मुताबिक, चंद्रयान 23 अगस्त को चंद्रमा की सतह पर सॉफ्ट लैंडिंग की कोशिश करेगा।

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