नई दिल्ली।
वंचितों, उपेक्षितों और विकलांगों को सशक्त बनाने के लिए जो समाज के लोग बेहतर काम कर रहे हैं, उन्हें महाराष्ट्र सदन में आयोजित सिग्नेचर अवार्ड, 2023 से सम्मानित किया गया। सोसाइटी फॉर डिसेब्लिटी एंड रिहेलिबेशन स्टडीज, वृहन्ला फाउंडेशन द्वारा आयोजित समारोह में केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता राज्यमंत्री श्री रामदास आठवले और उत्तर-पूर्वी दिल्ली से सांसद श्री मनोज तिवारी ने शिक्षा, स्वास्थ्य, कॉरपोरेट क्षेत्र से 50 से अधिक लोगों को सम्मानित किया।
अपने संबोधन के दौरान केंद्रीय समाजिक न्याय एवं अधिकारिता राज्यमंत्री श्री रामदास आठवले ने सभी सम्मानित व्यक्तियों को समाज के वंचितों, उपेक्षितां और जरूरतमंदों को सशक्त करने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि बीते ढाई दशक से सामाजिक उत्थान के लिए खासकर विकलांगों के विकास के लिए सोसाइटी फॉर डिसेब्लिटी एंड रिहेलिबेशन स्टडीज, नई दिल्ली लगातार काम कर रहा है।
दिल्ली सहित उत्तर प्रदेश्, बिहार सहित कई राज्यों में विकलांगों के अधिकार और हितों की रक्षा करने के लिए यह काम कर रही है। इसके अध्यक्ष डॉ जीएन कर्ण जी को भारत के पूर्व राष्ट्पति डॉ एपीजे कलाम की सहमति से कई समितियों में रखा गया था। देश में विकलांगों के लिए बनाई गई नीतियों में डॉ कर्ण के सुझावों को वरीयता दी गई। अपने जीवनकाल में डॉ जीएन कर्ण जी ने लाखों विकलांगों के लिए उम्मीद का कारण बने और उन्हें सहूलियतें प्रदान करवाई।
उत्तर पूर्वी दिल्ली के सांसद व भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष श्री मनोज तिवारी ने कहा कि जीवन का कौन सा पल, अनमोल है, हम और आप नहीं जानते हैं। उन्हांने बताया कि कुछ वर्ष पूर्व सोसाइटी फॉर डिसेब्लिटी एंड रिहेलिबेशन स्टडीज ने व्हीलचेयर वितरण समारोह किया था, उसी दौरान एक विकलांग को मोटराइज व्हीलचेयर प्रदान किया था, इस साल वह दिव्यांग भारतीय सिविल सेवा परीक्षा उत्तीर्ण करके अधिकारी बन गया। जब वह मुझसे मिलने आया, तो मैं भाव-भिवोर हो गया। हर आयोजन महत्वपूर्ण है। जो आज इस मंच से सम्मानित हुए हैं, उनसे आग्रह है कि समाज को बेहतर बनाएं।
प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने मिशन 2047 का लक्ष्य रखा है, इसमें प्रत्येक नागरिक की भागीदारी अहम है। सांसद श्री मनोज तिवारी ने इस कार्यक्रम में थर्ड जेंडर के लोगों को सम्मानित करते हुए समाज की मुख्यधारा में उनकी भूमिका और सरकारी योजनाओं की जानकारी साझा की। उन्होंने कहा कि अब तक थर्ड जेंडर के लेगों को ऐसे समारोह से दूर रखा जाता रहा है, इस मामले में आज का कार्यक्रम मील का पत्थर साबित होगा।
सोसाइटी फॉर डिसेब्लिटी एंड रिहेलिबेशन स्टडीज के निदेशक डॉ अजय कुमार कर्ण ने आगत सभी अतिथियों का स्वागत किया। हरियाणा यूनिवर्सिटी के पूर्व चांसलर डॉ आरसी कुहाड़, डॉ राममनोहर लोहिया अस्पताल के न्यूरोसर्जरी के डायरेक्टर डॉ अजय चौधरी सहित कई दूसरे यूनिवर्सिटी के चांसलर और विभागाध्यक्ष उपस्थित रहे। कार्यक्रम की औपचारिक शुरुआत दीप प्रज्वलन और वेद मंत्रोच्चार के साथ हुआ। मंच संचालन दिल्ली यूनिवर्सिटी के असिस्टेंट प्रोपफेसर डॉ राहुल रंजन और इंपीयिरल कॉलेज लंदन के रिसर्च एसोसिएट डॉ पल्लवी नायर ने किया। कार्यक्रम के दौरान बाल कलाकारों ने सांस्कृति कार्यक्रम की प्रस्तुति दी। महिलाओं को आत्मरक्षा के गुर भी बताए गए।