शरद पूर्णिमा 28 अक्टूबर को होगा चंद्र ग्रहण, 30 वर्ष बाद बना है ऐसा संयोग, भारत में दिखाई देगा

शरद पूर्णिमा 28 अक्टूबर को होगा चंद्र ग्रहण जोकि भारत में दिखाई देगा। ऐसा संयोग 30 वर्ष बाद बन रहा है कि शरद पूर्णिमा के दिन चन्द्र ग्रहण लग रहा है। चंद्र ग्रहण धार्मिक दृष्टि से काफी महत्वपूर्ण माना जाता हैं। लोगों के जीवन पर इसका शुभ अशुभ, दोनों तरीकों से प्रभाव पड़ता है।

चंद्र ग्रहण के लिए सूतक 9 घंटे पहले से लग जाता है। 28 अक्टूबर को लगने वाला चंद्र ग्रहण भारत में दिखेगा। ऐसे में यहां सूतक काल भी मान्य होगा। चंद्र ग्रहण 28 अक्टूबर की मध्य रात्रि एक बजकर 5 मिनट से शुरू होगा और रात 02:24 बजे खत्म होगा। वहीं सूतक शाम 4 बजे के आसपास शुरू हो जाएगा और ग्रहण समाप्त होने तक रहेगा। सूतक काल से लेकर चंद्र ग्रहण तक कोई भी शुभ कार्य वर्जित माना जाता है। दरअसल मान्यता है कि ग्रहण दौरान नकारात्मक शक्तियां हावी होने लगती हैं, अतः ऐसे में इस दौरान भगवान का ध्यान करना चाहिए।

ग्रहण के समय कुछ खास बातों का ध्यान रखना चाहिए-

  • इस दौरान गर्भवती महिलाओं को ना तो चंद्र ग्रहण देखना चाहिए ना ही घर से बाहर निकलना चाहिए।
  • चंद्र ग्रहण के दौरान घर में रहकर ही भगवान का ध्यान करें और मंत्रों का जाप करें।
  • चंद्र ग्रहण के दौरान पके हुए भोजन और दूध दही जैसी चीजों में तुलसी के पत्ते डाल देना चाहिए लेकिन यदि इस दौरान खाने की कोई भी चीज बिना तुलसी पत्ते के रह गई है तो उसका सेवन ना करें।
  • चंद्र ग्रहण के दौरान गर्भवती महिलाओं को अपने पास एक नारियल रखना चाहिए। माना जाता है कि इससे ग्रहण के नकारात्मक प्रभाव से मां और बच्चे दोनों की रक्षा होती है बाद में नारियल नदी में विसर्जित कर दें।
  • इस दौरान गर्भवती महिलाओं को भूलकर भी नुकीली चीजों का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए।
SHARE