इंजीनियरिंग डिग्रीधारीयों ने चपरासी पद के लिए साइकल ड्राइविंग टेस्ट दिया और नौकरी पाने के लिए एडी चोटी के जोर लगाए। केरल के एर्नाकुलम में शुक्रवार की सुबह जब बहुत से काफी संख्या में युवाओं को चपरासी की नौकरी के लिए एक लाइन में खड़े देखा गया तो तमाम लोग दंग रह गये।
चौंकाने वाली बात ये थी कि इनमें से बहुत सारे युवाओं में कोई ग्रेजुएट था कोई बैंकिंग डिप्लोमाधारी, तो कोई बीटेक इंजीनियर। ये सभी चपरासी पद पर नौकरी पाने के लिए साइकिल टेस्ट देने पहुंचे थे।
चपरासी पद पर नौकरी के लिए योग्यता 7वीं पास मांगी गई थी. साथ ही, जारी किये गये विज्ञापन में यह भी बताया गया था कि उम्मीदवार को साइकिल चलाना आता हो। इतनी कम योग्यता की अर्हता होने के बावजूद इस नौकरी के लिए तमाम काफी पढ़े लिखे लोग लाइन में देखे गए।
साइकिल टेस्ट में 101 उम्मीदवार पास हुए। इनका कहना था कि चपरासी की नौकरी में कोई बुराई नहीं है। टेक कंपनियों और ऑन लाइन फूड डिलीवरी सर्विसेस से ये कहीं नौकरी बेहतर है।