म्यांमार में जुंटा आर्मी और मिलिशिया पीडीएफ के बीच युद्ध छिड़ गया है। वहाँ के लोग जान बचाने के लिए भारत का रुख कर रहे हैं। सेना की तरफ से हवाई हमले भी शुरू हो गए हैं, जिसकी वजह से लोगों की जान खतरे में आ गई है। म्यामार के लोग जान बचाने के लिए जद्दोजहद कर रहे हैं।
करीब 5000 म्यांमार नागरिक भागकर मिजोरम के चम्फाई जिले के जोखावथर क्षेत्र में शरण लिए हुए हैं, जिसकी सीमा म्यांमार से लगती है। चम्फाई जिला प्रशासन, गैर सरकारी संगठनों, यंग मिजो एसोसिएशन और ग्राम परिषद म्यांमार के नागरिकों की हर तरह से मदद कर रहा है। इनके लिए खाने पीने से लेकर कपड़ों और दवाओं की व्यवस्था की गई है, साथ ही रहने के लिए टैंट भी लगाए गए हैं।
यंग मिजो एसोसिएशन (वाईएमए) के वित्तीय सचिव एफ बियाक्टिनसांगा के मुताबिक, म्यांमार से भारत में लोगों की एक बड़ी संख्या अनुमानित रूप से 5,000 से 6,000 के बीच है। इन लोगों को कई गैर सरकारी संगठनों और जिला प्रशासन द्वारा समर्थन दिया जा रहा है। म्यांमार के नागरिक यहां शांतिपूर्ण तरीके से रह रहे हैं। उनकी हर तरह से मदद की जा रही है।