उत्तरकाशी टनल में अमेरिकी मशीन भी फेल, अब मैनुअल खुदाई होगी, मजदूरों के निकलने में और समय लगेगा

उत्तरकाशी टनल में अमेरिकी मशीन भी फेल, अब मैनुअल खुदाई होगी, मजदूरों के निकलने में और समय लगेगा। शुक्रवार रात तक ऑगर मशीन बहुत अच्छे तरीके से काम कर रही थी, ड्रिलिंग का काम करीब 47 मीटर तक पूरा भी हो चुका था, लेकिन बीच में उसने जवाब दे दिया। उसके कई हिस्से अंदर ही क्षतिग्रस्त हो गए. जिसके बाद उन्हें काटकर बाहर निकाला जा रहा है।

ऑगर मशीन के खराब होने के बाद अब रेस्क्यू टीम 47 मीटर के बाद मैन्युअली खुदाई करने की तैयारी कर रही है। इसमें पाइप के जरिए एक दो इंजीनियर भीतर जाएंगे और हाथ और छोटी मशीनों की मदद से आगे की खुदाई करेंगे। ऐसे में इसमें काफी समय भी लगेगा।

तकनीकी रूप से यह ऑपरेशन अब ज्यादा कॉम्प्लेक्स हो चुका है और यह लंबा भी चल सकता है। टनल में जो मजदूर फंसे हैं सब राजी खुशी से हैं। उनके खाने-पीने के सामान की सप्लाई भी हो रही है। कुछ रिश्तेदारों ने अपने लोगों से बात भी की है।

अब वर्टिकल ड्रिलिंग से जो पहाड़ के ऊपरी हिस्से किया जाएगा और टनल तक पहुंचने की कोशिश की जाएगी। वर्टिकल ड्रिलिंग का काम अभी तक शुरू नहीं हुआ है। मशीन पहुंच गई है, लेकिन ड्रिलिंग शुरू करने में समय लगेगा। बताया जा रहा है कि वर्टिकल ड्रिलिंग भी कोई आसान काम नहीं है। इसमें भी दो से तीन दिन का समय लग सकता है। ऐसे में कुल मिलाकर मजदूरों को बाहर आने में अभी भी दो से तीन दिन का समय लग सकता है।

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