संसद के शीतकालीन सत्र में पेश किए जाएंगे 19 नए बिल, जिनके द्वारा अंग्रेजों के बनाए गए पुराने कानून बदले जाएंगे। संसद का शीतकालीन सत्र 4 दिसंबर से शुरू हो रहा है. सत्र 22 दिसंबर तक चलेगा और इस दरमियान 15 बैठकें होंगी। केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी ने बताया कि 19 विधेयकों को इस सत्र में पेश किए जाने का प्लान है। उन्होंने बताया कि यह 17वीं लोकसभा का आखिरी सत्र होगा, जहां पिछले पांच साल के मोदी सरकार के कामों पर चर्चा होगी।
केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी ने बताया कि 19 विधेयकों को इस सत्र में पेश किए जाने का प्लान है। उन्होंने बताया कि यह 17वीं लोकसभा का आखिरी सत्र होगा, जहां पिछले पांच साल के मोदी सरकार के कामों पर चर्चा होगी।
शीतकालीन सत्र में जो विधेयक पेश किए जाने वाले हैं उनमें मुख्य रूप से इस प्रकार हैं-
भारतीय न्याय संहिता, 2023, लोकसभा में पेश किया गया एक प्रस्तावित विधेयक है। अगर यह विधेयक पास होता है तो यह मौजूदा भारतीय दंड संहिता, 1860 की जगह लेगा।
भारतीय साक्ष्य अधिनियम, 1872 को निरस्त करने और रिप्लेस करने के लिए भारतीय साक्ष्य विधेयक को 11 अगस्त, 2023 को लोकसभा में पेश किया गया था।
केंद्रीय विश्वविद्यालय (संशोधन) विधेयक, 2023 (तेलंगाना में
डाकघर विधेयक, 2023
जम्मू और कश्मीर – पुनर्गठन (संशोधन) विधेयक
मुख्य चुनाव आयुक्त और अन्य चुनाव आयुक्त (नियुक्ति, सेवा की शर्तें और कार्यालय की अवधि) विधेयक 2023
भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता, 2023 का उद्देश्य आपराधिक प्रक्रिया संहिता, 1973 को रिप्लेस किया जाएगा।