समुद्र में डुबो दिए गए 300 से अधिक सेटेलाइट, और अब अंतरिक्ष स्टेशन को भी डुबाने की योजना बनाई जा रही है। समुद्र में जहाँ ये सेटेलाइट दफनाए गए हैं यह स्थान इतना दुर्गम है कि इस बिंदु के सबसे नजदीक स्थित जमीन का टुकड़ा भी 2700 किलोमीटर दूर है। इस जगह पर पहुंचने में ही लोगों को कई दिन लग जाएंगे। इस इलाके में सिर्फ कुछ छोटे-छोटे द्वीप हैं, जिन पर पक्षियों को छोड़कर कोई भी जीव नहीं रहता है।
सैटेलाइट के कब्रिस्तान नाम से मशहूर इस जगह का नाम प्वाइंट नीमो है, जो प्रशांत महासागर के मध्य में स्थित है जहां कोई भी इंसान आसानी से नहीं पहुंच सकता। ईस्टर द्वीप के दक्षिण और अंटार्कटिका के उत्तर में स्थित इस जगह पर महासागर में पानी की औसत गहराई 13,000 फीट से अधिक है, जहां बड़े से बड़ा जहाज भी पल भर में गायब हो सकता है। अत्यधिक गहराई और आबादी से अत्यधिक दूर होने, जैसी कुछ असाधारण उपलब्धियों ने इस जगह को इस काम के लिए उपयुक्त बना दिया है।
प्वाइंट निमो पर अब तक 300 से अधिक रिटायर्ड सैटेलाइट और अंतरिक्ष स्टेशनों को गिराया जा चुका है। नासा ने घोषणा की है कि वह अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन को भी प्वाइंट निमो में ही गिराएगा। यह अंतरिक्ष स्टेशन पिछले 25 साल के अंतरिक्ष में है, जिसे 2031 तक आधिकारिक तौर पर बंद कर दिया जाएगा। इस अंतरिक्ष स्टेशन की लंबाई 357 फीट और वजन 419,725 किलोग्राम है। इस जगह पर दफन होने वाला सबसे बड़ा अंतरिक्ष उपकरण होगा