अडाणी ग्रुप देश में जल थल अग्नि आकाश के प्रोजेक्ट्स में लगाएगा 7 लाख करोड़ रुपए। ये निवेश विभिन्न क्षेत्रों के कई महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट्स पर अगले साल में किया जाएगा।
अडानी एंटरप्राइजेज आने वाले दिनों में माइनिंग (धरती) , हवाईअड्डा, रक्षा एवं एविएशन (आकाश), सोलर मैन्यूफैक्चरिंग (अग्नि), सड़क, मेट्रो और रेल, डेटा सेंटर्स (धरती) और अन्य रिसोर्स मैनेजमेंट (जल) में अपने कारोबार का विस्तार करेगी। वहीं ग्रुप अपने प्रमुख काम पोर्ट मैनेजमेंट (जल) को मुख्य तौर पर अपने ‘ग्रीन इनिशिएटिव’ का हिस्सा बनाने पर ध्यान दे रहा है।
गौतम अडानी का कहना है कि उनकी कंपनी 2025 तक देश में एकमात्र कार्बन-न्यूट्रल बंदरगाह ऑपरेटर होगी। कंपनी 2040 तक अडानी पोर्ट एसईजेड को ‘जीरो कार्बन एमिशन’ इकाई बनाने में सक्षम हो जाएगी। समूह अपने पोर्ट पर सभी क्रेन्स को इलेक्ट्रिक बना रहा है। सभी डीजल गाड़ियों को बैटरी व्हीकल में कन्वर्ट करने पर ध्यान दे रहा है। वहीं 1000 मेगावाट की इंटरनल रीन्यूएबल एनर्जी कैपेसिटी डेवलप कर रहा है।
उन्होंने कहा कि अडानी ग्रुप गुजरात के कच्छ रेगिस्तान में ‘दुनिया का सबसे बड़ा ग्रीन एनर्जी पार्क’ बना रहा है। यह इस रेगिस्तान के 726 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में फैला है। यह मेगा प्रोजेक्ट अंतरिक्ष से भी दिखाई देता है। ये देश के दो करोड़ से अधिक घरों को बिजली की आपूर्ति करने के काम आएगा। वहीं एक अन्य परियोजना का निर्माण मुंद्रा में भी हो रहा है। अडानी टोटल गैस बड़े पैमाने पर देश के शहरों में अपना विस्तार कर रही है।