स्वामी प्रसाद मौर्य ने समाजवादी पार्टी को मिटाने की ओर बढाया कदम, बोले -“हिंदू धर्म, धर्म नहीं, धोखा है”। उन्होंने कहा है कि हिंदू धर्म, धर्म नहीं है, एक धोखा है। कुछ लोगों के लिए धंधा है, वैसै भी 1995 में सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि हिंदू कोई धर्म नहीं है, यह जीवन जीने की एक शैली है। उन्होंने कहा कि RSS चीफ मोहन भागवत ने भी कहा है कि हिंदू नाम का नाम कोई धर्म नहीं है, बल्कि यह जीवन जीने की एक कला है।
सपा नेता ने कहा कि SC/ST/OBC आरक्षण नहीं है। अगर हिंदू मानते तो आरक्षण देते। अनुसूचित आरक्षण खत्म कर दिया है। उन्होंने सांसदों के निलंबन को तानाशाही बताया। पहली बार नहीं है जब स्वामी प्रसाद ने इस तरह का बयान दिया हो। स्वामी प्रसाद पहले भी हिंदू धर्म, सनातन और रामचरित मानस को लेकर विवादित बयान देते रहे हैं। इसी साल कुछ महीने में लखनऊ में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा था कि हिंदू धर्म को लेकर विवादित बयान दिया था। उन्होंने उस समय भी कहा था कि हिंदू धर्म कोई धर्म नहीं है, बल्कि यह सिर्फ धोखा है।
देश के 100 करोड़ हिंदुओं की भावनाओं को ठेस पहुंचाना और हिंदु धर्म को धोखा बताना उनके द्वारा समाजवादी पार्टी को मिट्टी में मिलाने की ओर एक और कदम माना जा रहा है। जो समाजवादी पार्टी पहले से ही अयोध्या में हिंदुओं की हत्याओं के श्राप झेल रही है उसके नेताओं के द्वारा बार बार इस तरह के बयान घातक ही साबित होंगे।