मणिपुर के बाद अब असम के 40 साल पुराने सशस्त्र उग्रवादी संगठन उल्फा ने भी छोड दिए हथियार। इसके साथ ग्रह मंत्री अमित शाह ने एक और बडी बाजी जीत ली है।
उल्फा के एक धड़े के 20 नेता पिछले एक हफ्ते से दिल्ली में थे और भारत सरकार असम सरकार के आला अधिकारी इन्हें समझौते के मसौदे पर राजी करवा रहे थे। उल्फा का यह धड़ा अनूप चेतिया गुट का है। इस समझौते के बाद पूर्वोत्तर में उग्रवाद समाप्ति की दिशा में भारत सरकार का बहुत बड़ा कदम होगा।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि यह असम में उग्रवाद का संपूर्ण समाधान है। उल्फा के 700 कैडरों ने आज आत्मसमर्पण कर दिया। यह असम के भविष्य के लिए एक उज्ज्वल दिन है।