महाराष्ट्र के ठाणे जिले के पदघा स्थित बोरीवली में चलती थी आतंक की पाठशाला एवं बम प्रयोगशाला जिसका NIA ने पता लगाकर कई आतंकियों को गिरफ्तार किया था। इस छापेमारी में मुंबई का ताबिश नासिर सिद्दीकी, जुल्फिकार अली बड़ौदावाला उर्फ लालाभाई, शरजील शेख, बोरीवली-पडघा का आकिफ अतीक नाचन, पुणे का जुबैर नूर मोहम्मद शेख उर्फ अबू नुसैबा और अदन अली सरकार पकड़े गए थे। ताबिश और जुल्फिकार ने आईएसआईएस के स्वयंभू खलीफा (नेता) के प्रति निष्ठा की शपथ भी ली थी।
इसी बीच दिल्ली पुलिस की टीम ने 2 अक्टूबर 2023 को शाहनवाज को जैतपुर अरेस्ट किया और कई केमिकल सामग्री और IED बनाने के उपकरण उससे जब्त किए गए। पता चला कि केस में मास्टरमाइंडों को जोड़ा गया। इनमें फाइनेंसर IT इंजीनियर था. इसके बाद NIA ने इमरान, यूनुस और शाहनवाज के लिंक पुणे की IT फर्म में काम करने वाले इंजीनियर जुल्फिकार अली से निकाला तो किसी को यकीन नही हुआ। जुल्फिकार को 3 जुलाई को गिरफ्तार किया गया था वो मुंबई की आर्थर रोड जेल में बंद है उसने फंडिंग दी थी आतंक की लैब और बैठकों के लिए ऑन लाइन फंड ट्रांसफर किये थे कैश भी दिया।
महाराष्ट्र ISIS मॉड्यूल का मास्टरमाइंड जुल्फिकार है, जिसने इमरान, यूनुस और शाहनवाज को ट्रेनिंग दिलवाई और पैसे पहुंचाए थे। इमरान तक पैसे पहुंचाने वाला कदीर दस्तगीर पठान भी पुलिस की गिरफ्त में है। डॉक्टर अदनान गरीब नौजवानों को ISIS में शामिल करा रहा था। इसके बाद डॉ. अदनान अली को पुणे से अरेस्ट किया गया। इसके फ्लैट में छापा मारा गया तो वहां डॉक्यूमेंट मिले जिससे ये पता चला कि ये गरीब मुसलमानों को आतंकी संगठन से जोड़ने का काम करता था। इसके अलावा 4 आरोपियों से यहूदी कम्युनिटी सेंटर की फोटो मिली इससे साफ हो गया कि ISIS के निशाने पर भारत ही नहीं, इजराइल के लोग भी थे इसके बाद मुंबई पुलिस ने कोलाबा में चाबड़ हाउस की सिक्योरिटी बढ़ा दी।