अवध के राम, सबके राम से गूंजी सुहागनगरी

अवध के राम, सबके राम से गूंजी सुहागनगरी

आकर्षण का केंद्र रहे रामायण पात्रों के स्वरूप

मन मोहक था हनुमान जी का विशाल स्वरूप

200 पात्र स्वरूप रहे यात्रा में सम्मिलित

गोपालाश्रम पर हुई स्वरूपों की आरती

सभी रामभक्त बनें दर्शन यात्रा के साक्षी

फीरोजाबाद।

जहां एक और पीतांबर धारण किए मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री राम वहीं माता सीता की पवित्र और निर्मल छवि, तो एक और लक्ष्मण, भारत, और शत्रुघ्न, एवम पूरे जोश और हर्षोल्लास के साथ चलती बानर सेना के स्वरूपों से पूरी सुहागनगरी अवधपुरी में परिवर्तित और भगवान राममय नजर आई। भव्य और दिव्य रामेण यात्रा जहां जहां से गुजरी, वहां केवल पुष्पों की सुगंध और गगनभेदी जयश्रीराम के नारों की आहट ही सुनाई दी। हजारों की संख्या में दर्शक और रामायण के 200 पात्र स्वरूप एक अनोखा आकर्षण का केंद्र रहा। यात्रा विभिन्न मार्गो से होते हुए गोपालाश्रम पहुंची, जहां प्रभ श्रीराम के स्वरूपों की आरती व पूजा अर्चना के पश्चात् समापन हुआ।
यात्रा का शुभारंभ विश्व हिंदू परिषद के संगठन मंत्री राजेश जी ने गांधीपार्क चौराहा से किया। यहां से बानर सेना स्वरूप सभी दल बाल प्रभु श्रीराम के स्वरूपों के साथ आगे बढ़ा, जहां मार्ग में सैकड़ों स्थानों पर पुष्पपर्षा की गई। स्थिति यह थी भगवान के इन पावन स्वरूप जहां से भी गुजरे वह मार्ग पुष्पमय और राममय हो गए। पूरे जोश और उत्साह से पल्लवित सनातन प्रेमियों ने गगनभेदी जयकारे लगाए तो वहीं जलेसर रोड पर सभी पात्रों के लिए गर्म दूध की व्यवस्था भी सनातनियों द्वारा की गई। अन्य अन्य स्थानों पर पानी और स्वल्पाहार की व्यवस्था भी सभी पात्र स्वरूपों के लिए की गई।
यात्रा के सबसे आगे व्यवस्था में चल रहे बंधुओं द्वारा मार्ग के कंकड़ पत्थरों को भी सेवाकार्य के द्वारा साफ किया गया, ताकि किसी भी पात्र को किसी भी प्रकार की समस्या का सामना न करना पड़े। यात्रा में सबसे आगे मधुर धुन करता हुआ बैंड उसके पश्चात स्वयंसेवकों की एक टोली हाथों में झाड़ू लेकर साफ सफाई करती हुई, उसके बाद दिव्यांगजनो की ट्राई साईकिले, रामायण के स्वरूप, मातृशक्ति व पीछे बड़ी संख्या में भाजपा, आरएसएस, विश्व हिंदू परिषद सहित अन्य सहयोगी संगठनों के नेताओं के अलावा बड़ी संख्या में राम भक्त साथ चल रहे थे।
यात्रा गांधी पार्क से होते हुए सेंट्रल चौराहा जलेसर रोड बर्फखाना चौराहा से गोपाल आश्रम मंदिर पर समाप्त हुई रामायण के चरित्र के स्वरूप बालको ने रखे हुए थे। जिसमें प्रमुख रूप से भगवान श्री रामचंद्र, माता जानकी, लक्ष्मण, वानर सैना व अन्य ऋषि मुनियों के पात्र थे।
मार्ग में जगह जगह विभिन्न क्षेत्रों एवम अन्य अन्य समाज के लोगों द्वारा यात्रा का स्वागत किया गया। यात्रा के दौरान लोगों में एक अलग सा उत्साह और आनंद की झलक नजर आई। भव्य दर्शन यात्रा हेतु जगह जगह स्वागत द्वार बनाएं गए एवम मार्ग में जगह जगह कारपेट की व्यवस्था की गई है। गोपालश्रम पहुंचकर पावन यात्रा में शामिल प्रभु श्रीराम के स्वरूपों की आरती व वंदना समाज के गणमान्य लोगों द्वारा की।
अंत में कार्यक्रम को संबोधित करते हुए संगठन मंत्री राजेश जी ने कहा कि यह भव्य यात्रा समाज में जागरण हेतु एक मील का पत्थर साबित होगी। 500 वर्ष के वायक्तिगत और सामूहिक संघर्षों एवम कड़ी प्रतीक्षा के पश्चात यह एसयूवी अवसर आया है की प्रभु श्रीराम प्राण प्रतिष्ठा हो रही है। हम सभी को इसे विशेष पर्व के रूप मनाना है। उन्होंने कहा कि रामायण के हर एक चरित्र से कुछ न कुछ शिक्षा अवश्य प्राप्त होती है। यदि व्यक्ति रामायण को पूजने के साथ उससे मिलने वाली सीख को अपने जीवन में अनुसरण करे तो वह एक सफल जीवन व्यतीत कर सकता है। रामायण की कुछ ऐसी ही महत्वपूर्ण बातें हैं जिनमें जीवन का सार छिपा है। भाई का भाई के लिए प्रेम, छोटे बड़े में भेदभाव की भावना न होना, माता पिता का सम्मान, कठिन घड़ी में धैर्य रखते हुए लक्ष्य की प्राप्ति आदि।
इस अवसर पर प्रमुख रूप से इस अवसर पर प्रमुख रूप से रामेन यात्रा के संयोजक राजेश, प्रभु श्रीराम प्राण प्रतिष्ठा समित के संयोजक रामकुमार गुप्ता, महानगर संघचालक श्रीमान प्रदीप गुप्ता, पूनम चौहान, विभूति वर्मा, दीपक गुप्ता कालू, सतवीर चौहान, उदय जी एवम हजारों राम भक्त उपस्थित रहे।

दिव्यांग जनों की उपस्थिति रही खास

रामेण दर्शन यात्रा में सबसे पहले दिव्यांगजनों की ट्राई साइकिल सबसे आगे रही जिसमें वह जय श्री राम के उद्घोष लगाते हुए जा रहे थे।

यात्रा में जगह जगह हुई पुष्प वर्षा

यात्रा मार्ग में रामेण दर्शन यात्रा में चल रहे पत्रों व राम भक्तों का जगह-जगह पर प्रेम भावपूर्ण पुष्प वर्षा कर स्वागत किया। विवेकानंद चौराहे पर आईएमए फिरोजाबाद द्वारा राम भक्तों पर पुष्प वर्षा की गई।

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