पहली महिला महावत ‘हाथी की परी’ समेत 33 विभूतियों को मिलेगा पद्मश्री

पहली महिला महावत ‘हाथी की परी’ समेत 33 विभूतियों को पद्मश्री पुरुष्कार के लिए चुना गया है। गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर इस साल दिए जाने वाले पद्म पुरस्कारों के नाम का ऐलान किया गया है जिसमें विभिन्न क्षेत्रों में महत्वपूर्ण योगदान देने वाली हस्तियों के नाम शामिल हैं। इस साल 33 विभूतियों को पद्म श्री देने का निर्णय लिया गया है, इनमें पार्वती बरुआ, जागेश्वर यादव, चार्मी मुर्मू, सोमन्ना, सर्वेश्वर, सांगथाम समेत कई बड़े नाम शामिल हैं।

पद्म पुरस्कार भारत के सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न के बाद सबसे महत्वपूर्ण सम्मान हैं, जिन्हें तीन श्रेणियों में पद्म विभूषण, पद्मभूषण और पद्मश्री के तौर पर दिया जाता है। पद्म सम्मान की शुरुआत साल 1954 में भारत सरकार ने की थी। साल 1955 में इसे पद्मश्री, पद्मभूषण और पद्मविभूषण नाम दे दिया गया।

जिन्हें पद्म पुरस्कार दिया जाएगा उनमें से कुछ नाम इस प्रकार हैं – असम की पार्वती बरुआ, 67 वर्ष, को सोशल वर्क (एनिमल वेलफेयर) के लिए, छत्तीसगढ़ के जागेश्वर यादव, 67 वर्ष,को सोशल वर्क (आदिवासी) के लिए, झारखंड से चामी मुर्मू, 52 वर्ष, को सोशल वर्क (पर्यावरण) के लिए, हरियाणा के गुरविंदर सिंह, 53 वर्ष, को सोशल वर्क, दिव्यांग के लिए, सत्य नारायण बलेरी, 50 वर्ष, केरल, को एग्रीकल्चर के लिए, दुक्खू माझी, 78 वर्ष, पश्चिम बंगाल, को सोशल वर्क पर्यावरण के लिए, संगथंकिमा, 63 साल, मिजोरम, को सोशल वर्क (चिल्ड्रन) के लिए, हेम चंद्र माझी, 70 साल, छत्तीसगढ़, को आयुष के लिए।

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