इंडि गठबंधन की खुलने लगी गाँठ जिससे राजनीतिक मोहरे बिखरने लगे हैं। पहले ममता, फिर आम आदमी पार्टी, नीतीश कुमार के बाद अखिलेश ने अलग रास्ता चुना है तो कांग्रेस को हैरानी नहीं होनी चाहिए, क्योंकि कोई भी दल गठबंधन के हित में अपना नुकसान नहीं कराना चाहता।
समाजवादी पार्टी द्वारा लोकसभा चुनाव के लिए बिना कांग्रेस की सहमति के 16 सीट पर उम्मीदवार घोषित किए जाने से साफ है कि अब गठबंधन की राह आगे आसान नहीं होगी।
कांग्रेस नेता अविनाश पांडे ने कहा कि समाजवादी पार्टी किसी गलतफहमी में ना रहे, उसे समझना होगा कि एक राष्ट्रीय पार्टी उनसे समझौता कर रही है। ऐसे में कांग्रेस को कोई कमजोर ना आंकें। कांग्रेस का कहना है कि समाजवादी पार्टी का ये फैसला खतरनाक है।
मंगलवार को अचानक समाजवादी पार्टी ने 16 सीट पर अपने उम्मीदवार घोषित कर दिए थे। जिसमें डिंपल यादव और धर्मेंद्र यादव का नाम शामिल था। जबकि इंडिया गठबंधन के बीच अभी सीटों के तालमेल पर बातचीत चल ही रही थी।