ज्ञानवापी में 31 साल बाद मंगला गौरी की दिव्य और भव्य पूजा की गई। अगले दो से तीन दिनों के अंदर ज्ञानवापी को आम श्रद्धालुओं के लिए खोल दिया जाएगा।
यह पूजा प्रसिद्ध आचार्य ओमप्रकाश मिश्रा ने संपन्न कराई। इस मौके पर गणेश्वर शास्त्री द्रविण समेत पांच अन्य लोग भी मौजूद रहे। यह जानकारी देते हुए गोकर्ण शुक्ल ने बताया कि मंदिर में पूजा की खबर मिलते ही बड़ी संख्या में शिवभक्त ज्ञानवापी पहुंचने लगे थे। चूंकि अभी पर्याप्त इंतजाम नहीं हैं, इसलिए भीड़ को नियंत्रित करने के लिए गेट नंबर तीन को बंद कर दिया गया।
उन्होंने बताया कि ज्ञानवापी में जरूरी इंतजाम पूरे करने के बाद अगले दो से तीन दिनों के अंदर सभी श्रद्धालुओं के लिए दर्शन पूजन के लिए गेट खोल दिए जाएंगे।
मंगलवार शाम करीब तीन बजे वाराणसी कोर्ट ने ज्ञानवापी में व्यास जी का तहखाना पूजा पाठ के लिए खोलने के आदेश दिया था। इस आदेश में साफ तौर पर कहा गया था कि सात दिन के अदंर पूजा के इंतजाम पूरे कर लिए जाएं। इसकी जिम्मेदारी कोर्ट ने काशी विश्वनाथ मंदिर ट्रस्ट को दी गई।
इस फैसले के तत्काल बाद ट्रस्ट ने साफ कर दिया था कि पूजा सात दिन के अंंदर नहीं, बल्कि 7 घंटे के अंदर ही हो जाएगी। इसके बाद साढ़े पांच बजे डीएम ने अधिकारियों के साथ राइफल क्लब में मीटिंग की। फिर 10:30 बजे डीएम, पुलिस कमिश्नर एवं अन्य अधिकारी मंदिर पहुंचे।
पुलिस कमिश्नर वाराणसी ने भीड़ नियंत्रण के लिए रात में ही अतिरिक्त फोर्स तैनात कर दिया। पुलिस ने मौके पर बैरियर लगाकर एक सुरक्षा घेरा बना दिया। इसके बाद रात में करीब डेढ़ बजे पूजा करने वाले पांच लोगों को नंदी के सामने छोटे गेट से अंदर जाने दिया गया।