इंग्लिश में बेहतर स्कोरिंग के लिए स्वच्छ लिखावट जरूरी, इंग्लिश एक्सपर्ट डॉ सुनील उपाध्याय ने दिए सुझाव

खास बातें – स्वच्छ लिखावट, आंसर इन प्रॉपर वर्ड लिमिट, व्याकरण गलतियां व ओवरराइटिंग अवॉइड, प्रीवियस ईयर बोर्ड पेपर से रिवीजन, आंसर टाइम मैनेजमेंट

आगरा।

पूरे देश में सीबीएसई व कई स्टेट बोर्ड की परीक्षाएं शुरू होने वाली है। इन परीक्षाओं में अच्छे नंबर लाने के लिए छात्र पढ़ाई में जुटे हुए हैं। वही सीबीएसई दसवीं बोर्ड का इंग्लिश सब्जेक्ट का एग्जाम 26 फरवरी और 12वीं का 22 फरवरी को है। इंग्लिश सब्जेक्ट में अच्छे नंबर लाने के संदर्भ में हमारे संवाददाता ने इंग्लिश एक्सपर्ट व आप्टा संस्थापक डॉ सुनील उपाध्याय से बात की उन्होंने कहा कि इंग्लिश में बेहतर नंबर लाने के लिए स्वच्छ लिखावट के साथ-साथ कुछ महत्वपूर्ण बिंदुओं पर ध्यान देने की जरूरत है।
सबसे पहले इंग्लिश सब्जेक्ट का बोर्ड द्वारा दिया गया पैटर्न समझें
सीबीएसई 10th का 12th का बोर्ड इंग्लिश का पेपर तीन सेक्शन एबीसी में डिवाइड होता है। पेपर में सबसे पहले ए सेक्शन होगा जिसमें पैसेज से प्रश्न पूछे जाते हैं। पैसेज के आंसर देते समय पैसेज को अच्छी तरह से पढ़ लें। प्रैक्टिस के लिए प्रीवियस ईयर के बोर्ड के पेपर बेहतर रहेंगे।

सेक्शन बी राइटिंग व ग्रामर का होता है। इसके लिए छात्र राइटिंग सेक्शन में पूछे जाने वाले आर्टिकल्स लेटर्स आदि की फॉर्मेट व वड लिमिट पर विशेष ध्यान दें। वहीं 10th एग्जाम में 10 मार्क्स का ग्रामर भी आता है। उसके लिए विद्यार्थी टेंसेस, डिटरमिनर्स और डायरेक्ट इनडायरेक्ट की प्रैक्टिस अच्छी तरह से करें।

सेक्शन सी जो की लिटरेचर का हिस्सा होता है। क्वेश्चंस के आंसर स्वच्छ राइटिंग में होनी चाहिए। जिस टेंस में क्वेश्चन पूछा जाए आंसर भी उसी टेंस में लिखे। आंसर देते समय वर्ड लिमिट पर विशेष ध्यान दें। वैल्यू बेस्ड लॉन्ग क्वेश्चन का आंसर अपने विचारों के साथ-साथ चैप्टर सकी कहानी से उसे जस्टिफाई करें।

आंसर लिखते समय इंग्लिश ग्रामर की गलती ना करें। अक्सर छात्र जल्दी आंसर लिखने के चक्कर में स्पेलिंग व व्याकरण की गलती कर देते हैं। इसको सुधारने के लिए घर पर आंसर लिखकर आंसर में व्याकरण और स्पेलिंग की गलतियों को सुधारें।

ओवरराइटिंग को अवॉइड करें। यानी कि लिखकर काटने वाली स्थिति पैदा ना करें। जिससे कि कॉपी साफ सुथरी बनी रहे। टाइम मैनेजमेंट पर भी ध्यान दें। जिससे कि वक्त रहते पूरा क्वेश्चन पेपर आसानी से सॉल्व किया जा सके।

बचे हुए टाइम में आंसर शीट को एक बार फिर से पढ़ लें। जिससे कि आप अपनी गलतियों में सुधार कर पाऐं।
ध्यान रखें स्वच्छ लिखावट, प्रॉपर वर्ड लिमिट, प्रॉपर आंसर, और बिना व्याकरण की गलती से ही अच्छे नंबर संभव हैं।

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