किसी भी देश को डब्लूटीओ छोडने की छूट मिलनी चाहिए, भारत ने रखा यह प्रस्ताव, हिल गए 164 देश

आबू धाबी, यूएई।

 किसी भी देश को डब्लूटीओ छोडने की छूट मिलनी चाहिए, भारत ने यह प्रस्ताव रखा तो 164 देश हिल गए। भारत ने यह प्रस्ताव किया है कि अगर किसी देश को वार्ताओं से कुछ नहीं मिला है तो उसे संगठन से निकलने की सुविधा क्यों न दी जाए? भारतीय पक्ष ने खुल कर इस पर कुछ नहीं कहा मगर अंदरखाने चर्चा है कि निवेश पर चल रही बातचीत में भारत ने आक्रामक रुख लेते हुए ऐसा संकेत किया है। यह एक बड़ी पहल हो सकती है क्योंकि डब्लूटीओ नियमों में बंधे देशों के लिए इससे निकलना आसान नहीं होता।

बैठकों में कहा गया है डब्लूटीओ ट्रेड यानी व्यापार का संगठन है यहां निवेश का क्या काम? चर्चा है कि भारत ने एग्जिट डब्लूटीओ वाली पेशकश इसलिए भी की है क्योंकि कई देश निवेश के अलावा पर्यावरण,कार्बन, क्रेडिट, महिलाओं की व्यापार में भागीदारी लघु उद्योग जैसे मुद्दे भी एजेंडे पर लाना चाहते हैं। भारत का कहना है कि यह मुद्दे दूसरे अंतरराष्ट्रीय संगठनों के मंच पर चर्चा में है। इन्हें व्यापार वार्ताओं में लाने की क्या जरुरत?

2022 की जेनेवा की बैठक में मछलियों पर खासी चख चख हुई थी। मछलियों के चक्कर में वार्ता ही डूबने वाली थी। मामला दूर दराज के समुद्रों में मछली पकड़ने पर दी जा रही सब्सिडी का था। भारत के साथ पर्यावरणविद भी चाहते हैं कि समुद्री जीवन के बचाने के लिए अंधाधुध फिशिंग रोकी जाए।

SHARE