पटना।
पशुपति पारस अब पूरी तरह से अकेले पड़ गए हैं और उन्हें अब किसी भी गठबंधन में कोई जगह नहीं मिलेगी। राजद के नेता सुनील सिंह ने पशुपति पारस को “फुके हुए कारतूस और फ्यूज बल्ब” बताया है।
हालिया राजनीतिक उथल-पुथल के बीच, राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी के अध्यक्ष पशुपति पारस राज्य के राजनीतिक परिदृश्य में एक केंद्रीय व्यक्ति बन गए हैं। सीट बंटवारे पर असंतोष जताते हुए मोदी कैबिनेट से इस्तीफा देने और एनडीए से अलग होने के उनके फैसले से चर्चाओं का दौर शुरू हो गया है। इसके अलावा, उन्होंने हाजीपुर सीट से चुनाव लड़ने की घोषणा की है।
राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि पशुपति पारस अब पूरी तरह से अकेले पड़ गए हैं। उन्हें अब किसी भी गठबंधन में कोई जगह नहीं मिलेगी। दूसरी तरफ, छपरा लोकसभा सीट से रोहिणी आचार्य को उम्मीदवार बनाए जाने को लेकर पार्टी की तरफ से दबाव बनाया जा रहा है।