द्रविड़ दलों के किले में मोदी ने सेंध लगा दी है और एनडीए ने पूरी ताकत लगा दी है। तमिलनाडु जोकि अभी तक द्रविड़ों का गढ़ माना जाता है, अब वहाँ मोदी का समर्थक समूह बन रहा है। इसका असर मोदी की रैली में खूब दिखाई दे रहा है।
तमिलनाडु में पहले चरण में 19 अप्रैल को होने वाले लोकसभा चुनाव के लिए चुनावी चौसर बिछ चुकी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की यहां होने वाली चार चुनावी रैलियों एवं केंद्रीय मंत्री अमित शाह के राज्य के प्रस्तावित दौरे से साफ है इस बार एनडीए ने तमिलनाडु को खास महत्त्व दिया है। जहां भाजपा के जीतने की अधिक संभावना है वहां पीएम मोदी रैली और रोड शो कर रहे हैं। इस चुनाव में चार सौ पार के लक्ष्य को लेकर चल रहा एनडीए तमिलनाडु से खासा उम्मीद लगाए बैठा है।
कच्चातिवु का मामला हाथ लग जाने से भाजपा अध्यक्ष के हौसले बुलंद हैं। राज्य में अच्छी खासी मछुआरा आबादी है। कई लोकसभा सीटों पर उनका वोट अहम है। ऐसे में कच्चातिवु का मामला पार्टी के लिए कुछ हद तक मददगार साबित हो सकता है। राज्य में पार्टी नेताओं के साथ-साथ कार्यकर्ता भी खूब मेहनत कर रहे हैं।
पार्टी ने नमिता जैसी कुछ अभिनेत्रियों को भी चुनाव प्रचार में उतार वोटरों को स्टारडम के लिए लुभाने की कोशिश की है। तमिल मनीला कांग्रेस और पीएमके को साथ लेने के भाजपा के प्रयास सफल होने से एनडीए खेमे में उत्साह का माहौल है।