गुजरात की सूरत लोकसभा सीट पर भाजपा को निर्विरोध जीत हासिल हो गई है। सूरत लोकसभा सीट पर कांग्रेस उम्मीदवार का पर्चा निरस्त होने और निर्दलियों के नामांकन वापसी के बाद यहां बिना चुनाव के ही बीजेपी ने जीत दर्ज कर ली है। इस जीत पर कांग्रेस ने अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त की है या फिर कहा जाए कि कांग्रेस ने अपनी हताशा व्यक्त करते हुए कहा है कि लोकतंत्र खतरे में आ गया है।
यदि कांग्रेस के चोर डाकुओं और लुटेरे व गद्दारों की जीत होती है तो सब ठीक है और यदि उनक जगह कोई अच्छा और ईमानदार जीतता है तो लोकतंत्र खतरे में आ जाता है।
कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने कहा कि सूरत जिला चुनाव अधिकारी ने सूरत लोकसभा से कांग्रेस प्रत्याशी नीलेश कुंभानी का नामांकन रद्द कर दिया है। कारण “तीन प्रस्तावकों के हस्ताक्षर के सत्यापन में खामी” बताया गया है।
बीजेपी प्रत्याशी मुकेश दलाल को छोड़कर बाकी सभी उम्मीदवारों ने अपना नामांकन वापस ले लिया है। 7 मई 2024 को मतदान से लगभग दो सप्ताह पहले ही 22 अप्रैल, 2024 को सूरत लोकसभा सीट से भाजपा के उम्मीदवार को “निर्विरोध” जिता दिया गया।